बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावे, मुख्यमंत्री को देनी होगी जवाबदेही: अखिलेश
बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावे, मुख्यमंत्री को देनी होगी जवाबदेही: अखिलेश

बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावे, मुख्यमंत्री को देनी होगी जवाबदेही: अखिलेश

लखनऊ, 16 नवम्बर (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में जनसामान्य पर चौतरफा मार पड़ रही है। एक ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। महंगाई की मार से हर कोई परेशान है। भाजपा सरकार बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे अमानवीय अपराधों पर रोक लगाने में अक्षम साबित हुई है। व्यापारी लुट रहे हैं। किसान जान गंवा रहे हैं। लेकिन, भाजपा नेताओं की दबंगई का कोई इलाज नहीं, उन्हें मनमानी की छूट मिली हुई है। उन्होंने सोमवार को कहा कि बस्ती में एक दलित बच्ची का अपहरण के बाद दुष्कर्म और फिर हत्या की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। चार दिन पुलिस शिकायत पर बैठी रही। आए दिन होने वाली इन घटनाओं पर सरकार का असंवेदनशील रवैया निंदनीय है। बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावों से कब सुरक्षित होंगी बेटियां। मुख्यमंत्री जी को इसकी जवाबदेही देनी होगी। अखिलेश ने कहा कि मथुरा में व्यापारी अनिल अग्रवाल की निर्मम हत्या हो गई। भाजपा राज में व्यापारियों का जानमाल असुरक्षित है। व्यापारियों को सुरक्षा नहीं मिल रही है। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जनपदों में व्यापारी लूट, अपहरण और हत्या के शिकार हुए हैं। खुद मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद में लूट और दुष्कर्म के कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों के पीछे अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होना है। भाजपा नेता तो बेलगाम हो गए हैं। औरैया में मौरंग मंडी में चेकिंग के दौरान एसडीएम रमेश यादव पर स्थानीय भाजपा नेता के भाई ने अपने साथियों के साथ जान लेवा हमला किया। कई भाजपा नेता अवैध शराब, देह व्यापार और दूसरी अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं। सत्ताशीर्ष पर बैठे नेता इन्हें बचाते हैं। भाजपा सरकार का ध्यान प्रशासन पर कम राजनीतिक स्वार्थ साधन पर ज्यादा रहता है। इस वजह से प्रशासनिक मशीनरी भी सुस्त रहती है। जनता की कठिनाईयों के समाधान में भाजपा की दिलचस्पी नहीं होने से विकास कार्य अवरुद्ध है और प्रदेश लगातार प्रगति की दिशा में पिछड़ता जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in