बिना फिटनेस के लखनऊ में दौड़ रहे हजारों व्यावसायिक वाहन
बिना फिटनेस के लखनऊ में दौड़ रहे हजारों व्यावसायिक वाहन

बिना फिटनेस के लखनऊ में दौड़ रहे हजारों व्यावसायिक वाहन

लखनऊ, 14 जुलाई (हि.स.)। राजधानी में लॉकडाउन के दौरान 22 मर्च से 10 जुलाई के बीच तीस हजार के अधिक व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस खत्म हो रही है। ऐसे वाहन मालिकों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर जानकारी दी गई है। फिर भी वाहन मालिक फिटनेस कराने से कतरा रहे हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी संजय त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि गत 22 मार्च से 10 जुलाई के बीच 30 हजार से अधिक रों व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस की वैधता खत्म हो रही है। ऐसे वाहन मालिकों को मैसेज भेजा गया है। फिर भी वह फिटनेस नहीं करा रहे हैं। बना फिटनेस के सड़क पर दौड़ रहे वाहनों को हादसा होने की आशंका अधिक रहती है। इसलिए जल्द ही बिना फिटनेस के सड़क पर दौड़ रहे वाहनों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिन व्यावसायिक वाहनों की वैधता खत्म हो गई है ऐसे वाहनों के लिए वैधता अवधि तीस सितम्बर तक बढ़ा दी गई है। इस समय लखनऊ में एक लाख से अधिक व्यावसायिक वाहन पंजीकृत हैं। एआरटीओ ने बताया कि लॉकडाउन में जिन व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस वैधता खत्म हो गई है ऐसे वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान में कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर बीमा कंपनियां क्लेम नहीं देंगी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के पहले जिन व्यावसायिक वाहनों फिटनेस वैधता खत्म हो गई है चेकिंग के दौरान ऐसे वाहनों का चालान किया जाएगा। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान जिन व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस वैधता खत्म हो गई है उन्हें परिवहन विभाग ने 30 सितम्बर तक छूट दी है। इसलिए वाहन मालिक अब अपनी गाड़ियों की फिटनेस नहीं करा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/दीपक-hindusthansamachar.in

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