बाढ़ को लेकर वरिष्ठ अधिकारी तटबंधों और बांधों का करे निरीक्षण-योगी आदित्यनाथ
बाढ़ को लेकर वरिष्ठ अधिकारी तटबंधों और बांधों का करे निरीक्षण-योगी आदित्यनाथ

बाढ़ को लेकर वरिष्ठ अधिकारी तटबंधों और बांधों का करे निरीक्षण-योगी आदित्यनाथ

-वर्तमान में 17 जनपदों के 893 गांव बाढ़ से प्रभावित लखनऊ, 27 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने गुरुवार को यहां लोक भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तटबंधों तथा बांधों का निरीक्षण किया जाए तथा तटबंधों को सुरक्षित करने के उपाय समय से सुनिश्चित किये जाएं ताकि नदी के किनारे के गांवों को बाढ़ की विभीषिका से बचाया जा सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि नदियों के जल स्तर की सतत निगरानी रखी जाए तथा आस-पास के गांवों में पानी भरने के पूर्व ही मुनादी कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों, बाढ़ शरणालयों में ले जाया जाए। उन्होंने जनपदों को निर्देश दिये हैं कि प्रांतीय रक्षक दल, होमगार्ड, युवक मंगल दल आदि के वालेण्टियर्स की सेवाओं का बाढ़ प्रबंधन व राहत कार्याें में उपयोग किया जाए। राहत आयुक्त ने बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। वर्तमान में प्रदेश के 17 जनपद अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रुखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, शाहजहांपुर तथा सीतापुर के 893 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुर खीरी), राप्ती नदी राप्ती बैराज (श्रावस्ती), सरयू (घाघरा) नदी (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 12 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 17 टीमों को मिलाकर कुल 29 टीमें तैनाती की गयी हैं। 763 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़-अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 1,55,504 खाद्यान्न किट व 2,80,428 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 327 मेडिकल टीम लगायी गयी है। बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 373 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं। प्रदेश में 465 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं तथा 6,99,396 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,591 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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