फैम ने एफएसएसएआई को लिखा पत्र, मिष्ठान पर लागू होने वाले आदेश को वापस लेने की मांग
फैम ने एफएसएसएआई को लिखा पत्र, मिष्ठान पर लागू होने वाले आदेश को वापस लेने की मांग

फैम ने एफएसएसएआई को लिखा पत्र, मिष्ठान पर लागू होने वाले आदेश को वापस लेने की मांग

वाराणसी, 27 अगस्त (हि.स.)। फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया व्यापार मंडल (फैम) ने केन्द्र सरकार से खुली मिठाइयों पर लागू होने वाले फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) के आदेश को वापस लेने का आग्रह किया है। आदेश में मिठाइयों पर एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य करने का नियम एक जून से लागू करना तय किया गया था। लेकिन कोरोना संकट के चलते यह कानून अब एक अक्टूबर 2020 से लागू होना है। फैम के राष्ट्रीय महामंत्री बीके बंसल ने गुरूवार को पूर्वांचल के पदाधिकारियों पूर्वांचल प्रभारी प्रेम मिश्रा, मीडिया प्रभारी सोमनाथ विश्वकर्मा, व मंडल महामंत्री अशोक जायसवाल से टेलीफोन से वार्ता कर बताया कि एफएसएसएआई के समक्ष मिठाई विक्रेताओं का पक्ष रखते खुली मिठाइयों पर लागू होने वाले आदेश को वापस लेने के लिए पत्र लिखकर आग्रह किया है। पत्र में लिखा गया है कि भारत एक पारंपरिक राष्ट्र है। यहां अधिकांश मिठाइयां छोटे प्रकार के मिठाई विक्रेताओं (हलवाई) द्वारा बेची जाती हैं। मिठाई आमतौर पर खरीदने के तुरंत बाद बहुत कम अवधि में ही उपभोग में लाई जाती है। इस देश में अभी भी पैक मिठाई और चॉकलेट सामान्यतया भारतीय कम उपयोग करते है। किसी भी खाद्य प्रदार्थ का जीवन सात दिनों से कम है। मिठाई जैसी वस्तु स्वाभिक रूप से सात दिनों से पहले ही उपभोग की जाती है। फैम के राष्ट्रीय महामंत्री के अनुसार हलवाई या मिठाई विक्रेता जो सामान्यतः बहुत छोटा कारोबारी है , उन्हें इन नियमों का पालन करना अत्यंत मुश्किल होगा । इस आदेश से सरकारी उत्पीड़न बढ़ने के साथ ही साथ छोटे-छोटे मिठाई विक्रेता अपने कारोबार से भी हाथ धो बैठेंगे। यह स्पष्ट नज़र आता है। फैम का मानना है कि इस आदेश के चलते लाखों की संख्या में मिठाई कारोबार से जुड़े लघु कारोबारी बेरोज़गार हो सकते है। फैम के राष्ट्रीय महामंत्री के अनुसार पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री,केन्द्रीय मंत्री पियूष गोयल, केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान को भी भेजा गया है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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