फर्रुखाबाद:आलू के भाव गिरने से किसानों ने बन्द की खुदाई
फर्रुखाबाद:आलू के भाव गिरने से किसानों ने बन्द की खुदाई

फर्रुखाबाद:आलू के भाव गिरने से किसानों ने बन्द की खुदाई

मंडी समिति में आमद कम होने से खाली हाथ लौटे व्यापारी फर्रुखाबाद, 21 दिसम्बर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की एशिया प्रसिद्ध आलू मंडी सातनपुर में आलू के भाव औधे मुंह गिरने से किसानों ने आलू की खुदाई कम कर दी है। नतीजतन आलू की आमद आलू मंडी में कम हो गई। आमद न के बराबर होने पर आलू आज 350 रुपये से उछलकर 450 रुपये प्रति पैकेट बिका। बताते चलें फर्रुखाबाद जिले में इस वर्ष 42 हजार हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल बोई गई है। जिसमें दो हजार हेक्टेयर भूमि पर अगेती फसल तैयार की गई है। अगेती फसल तैयार होने के बाद पहले दिन आलू के भाव 4 हजार रुपये प्रति कुंतल खुले।और धीरे-धीरे घटते घटते 700 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। जिसकी खास वजह आलू मंडी सातनपुर में आलू की अधिक आमद होना बताया गया। आलू आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष रिंकू वर्मा ने बताया कि आलू के भाव औंधे मुंह गिरने से किसानों ने अपना आलू खोदना बंद कर दिया। नतीजतन सोमवार को आलू मंडी सातनपुर में आलू की आमद केबल 80 मोटर रही। जबकि इससे पहले आलू की आमद 200 मोटर से ऊपर होती थी। एकाएक आलू की आमद कम हो जाने से आलू के दाम में आज 100 रुपये प्रति पैकेट उछाल आया है। लेकिन आमद कम होने से बाहर से आए व्यापारियों को बिना आलू खरीदे लौटना पड़ा। आलू विकास विभाग के निरीक्षक रामनाथ राजपूत बताते हैं कि इस वर्ष जिले भर में 42 हजार हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल तैयार की गई है। जिसमें दो हजार हेक्टेयर भूमि पर आलू की अगेती फसल तैयार की गई। जिसकी खुदाई जारी है। अबतक 500 हेक्टेयर भूमि की खुदाई है। मौजूदा समय में 41500 हेक्टेयर भूमि पर आलू अभी खड़ा हुआ है। फिलहाल किसानों ने अपना आलू खोदना बंद कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ प्रगतिशील किसान नारद सिंह कश्यप का कहना है कि अगेती फसल का आलू तैयार हो चुका है। अब किसान इसे अधिक दिन अपने खेतों में नहीं रोक सकता। आखिर कब तक किसान आलू की खुदाई नहीं करेगा। इसलिए किसानों को चाहिए कि वह धीरे-धीरे अपना आलू खोदकर मंडी भेजते रहे। खुदाई बंद कर देने से महंगाई बढ़ने का कोई सवाल नहीं है। इस वजह से किसानों को सोच समझकर कार्य करना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रपाल सिंह-hindusthansamachar.in

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