प्राचीन मंदिरों व स्मारकों का चेहरा संवार रहा पर्यटन विभाग, टूरिज्म को मिल रहा बढ़ावा

प्राचीन मंदिरों व स्मारकों का चेहरा संवार रहा पर्यटन विभाग, टूरिज्म को मिल रहा बढ़ावा
प्राचीन मंदिरों व स्मारकों का चेहरा संवार रहा पर्यटन विभाग, टूरिज्म को मिल रहा बढ़ावा

- गोरखपुर,महराजगंज,देवरिया और कुशीनगर के कई दर्जन स्थलों का हुआ जीर्णोद्धार - गोरखपुर की ऐतिहासिक घंटाघर की भी बदलेंगी तस्वीर। गोरखपुर, 25 दिसम्बर (हि.स.)। गोरखपुर व आस-पास के प्राचीन देवालयों,शहीद स्मारकों, प्रमुख स्थलों का पर्यटन विभाग द्वारा जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण किया जा रहा है। इन स्थलों को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे विकास के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार भी हो रहा है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवीन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि गोरखपुर मंडल मे बहुतायत संख्या में प्राचीन मंदिरों, शहीद स्मारक स्थलों व अन्य स्थलों का जीर्णोद्धार कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा चुका है। कई स्थलों या मंदिरों का कार्य जनवरी से फरवरी तक पूर्ण हो जाएगा। कई अन्य कार्यो की स्वीकृत मिल चुकी है जबकि कई कार्य प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि इन कार्यो के होने से न सिर्फ क्षेत्र का विकास हो रहा है बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है। उस क्षेत्र के लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं। पर्यटन विभाग का प्रयास है कि पर्यटन को बढ़ावा देते हुए इन क्षेत्रों को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाए। कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोहरिया कला शहीद स्मारक स्थल, संत रविदास मंदिर अलवापुर, कल्याणपुर वैसहि, रमवापुर, बांसगांव में तिघरा हनुमान स्थल, जटाशन्कर गुरुद्वारा, काली बाड़ी, मुक्तेश्वर नाथ, सुरज कुंड, रामगढ़ताल का कार्य बहुत समय पहले ही पूर्ण किया जा चुका है जबकि मोद्दिपुर,सुरजकुण्ड,गोरखनाथ मंदिर, वाटर स्पोर्ट, तरकुलहा देवी मंदिर, महराजगंज लेहड़ा देवी मंदिर, गुरु गोरक्ष नाथ मंदिर, चौक, महराजगंज, सोनारी देवी मंदिर, महराजगंज, हरपुर महंत, महराजगंज, बौद्ध स्थल कुशीनगर, रुद्रेश्वर्, देवरिया, राम चंद्र शहीद, पैना शहीद, देवरिया का कार्य जल्द ही पूर्ण हो जाएगा। गीता वाटीका, चित्रगुप्त मंदिर, राम प्रसाद विस्मिल शहीद स्मारक के कार्य की स्वीकृत मिल चुकी है। घंटाघर का होगा जीर्णोद्धार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहले स्वतंत्रता संग्राम के शहादत देने वाले अली हसन और उनके साथियों एवं अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की स्मृतियों की याद दिलाने वाला गोरखपुर का ऐतिहासिक घंटाघर संवरेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को ऐतिहासिक घंटाघर का जीर्णोद्धार कर उसे आकर्षक बनाने का निर्देश दिया। गोरखपुर के हिन्दी बाजार में स्थित घंटाघर स्वतंत्रता आंदोलन के लिए बलिदान होने वाले वीरों की गौरवगाथा को बयां करता है। घंटाघर जिस स्थान पर स्थित है, वहां 1857 में पाकड़ का विशाल पेड़ हुआ करता था। इसी पेड़ पर पहले स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अली हसन और उनके साथ साथियों एवं स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को अंग्रेजों ने फांसी दी। उसी पाकड़ के पेड़ के नीचे जब जब गोरखपुर जिला जेल में पंड़ित राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी दी गई तो उनकी शव यात्रा को भी रखा गया था। बिस्मिल की मां ने उसी स्थान पर देश प्रेमियों को प्रेरणाप्रद भाषण दिया था। इन शहीदों की स्मृति में 1930 में घंटाघर का निर्माण रायगंज के सेठ रामखेलावन व सेठ ठाकुर प्रसाद ने कराया था। हिन्दुस्थान समाचार/पुनीत/राजेश-hindusthansamachar.in

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