प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना से गरीब दुकानदार बनेंगे सशक्तः डीएम
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना से गरीब दुकानदार बनेंगे सशक्तः डीएम

प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना से गरीब दुकानदार बनेंगे सशक्तः डीएम

-रेहड़ी-पटरी और ठेले वाले दुकानदारों के लिये उजाले की किरन है योजना -3538 पंजीकृत स्ट्रीट वेंडरों में 1263 वेंडर ने योजना के लिये किये है आवेदन हमीरपुर, 09 सितम्बर (हि.स.)। जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने बुधवार को यहां बताया कि कोरोना वैश्रिवक महामारी कोविड-19 के चलते जहां रेहड़ी, पटरी लगाने वाले छोटे कारोबारियों (दुकानदार) के सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है वहीं इनके लिये प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना से छोटे कारोबारी (रेहड़ी पटरी) आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के जरिये गरीब लोगो की स्थिति में सुधार लाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के लक्ष्य को पूरा करने में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। बैंकों को लोन मुहैया करने के लिए विशेष निर्देश दिए गए है। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के अंतर्गत ऋण देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। योजना का लाभ सड़क के किनारे रेहड़ी पटरी वालो को प्रदान किया जायेगा। स्वनिधि योजना के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के आस-पास सड़क पर माल बेचने वाले विक्रेताओं को इसमें लाभार्थी बनाया गया है। इस योजना में पंजीकृत स्ट्रीट वेंडर सीधा 10 हजार रुपये तक की कार्यशील पूंजी ऋण का लाभ उठा सकते हैं। जिसे वे एक वर्ष में मासिक किस्तों में चुका सकते हैं। योजना के अंतर्गत 50 लाख से अधिक लोगो को लाभ पहुंचाया जायेगा। लोन को समय पर चुकाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स को सात फीसद का वार्षिक ब्याज सब्सिडी के तौर पर उनके अकाउंट में सरकार की ओर से ट्रांसफर किया जाएगा। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि योजना से रेहड़ी पटरी वालों व छोटी-मोटी दुकान वालों को अपना कारोबार फिर से खड़ा करने के लिए भारत सरकार द्वारा यह योजना संचालित की गई है। जो लोग पहले से वेंडिंग कर रहे है, वे वेंडर्स इस योजना से लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के अन्तर्गत लाभ लेने के लिए सर्वेक्षण सूची में नाम भी होना चाहिए । शासन द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में जनपद के समस्त नगर निकायों द्वारा पटरी दुकानदारों का सर्वेक्षण कराते हुए उनका पंजीयन किया गया है। जिलाधिकारी ने समस्त नगरीय निकायों से चिन्हित कराकर पंजीकृत हजारों पथ विक्रेताओं की सूची शासन को उपलब्ध करा दी थी, जिसकी पोर्टल के माध्यम से हजारों शहरी पथ विक्रेताओं ने आनलाइन नगर निकायों, डूडा के माध्यम से आवेदन करते हुए इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार आवेदन फार्म तथा संबंधित बैंक के बन्धक पत्र में भी आवश्यक सहयोग कर रही है, जिससे वेण्डर्स दैनिक कमाई करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें। जनपद में इस योजना के तहत शासन द्वारा कुल 6468 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जनपद में वर्तमान में कुल 3538 स्ट्रीट वेंडर पंजीकृत हैं जिसमें से इस योजना का लाभ लेने हेतु 1263 स्ट्रीट वेंडर ने आवेदन किया था तथा 151 लोगों को ऋण स्वीकृत भी हो चुका है। जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने इस योजना में लक्ष्य के अनुसार प्रगति प्राप्त किए जाने हेतु डूडा विभाग को सभी नगरीय निकायों में कैंप लगाकर आवेदन पत्र लेने तत्पश्चात आवेदन पत्रों को परीक्षण कराकर शीघ्र बैंकों से समन्वय स्थापित कर ऋण स्वीकृत कराने के कड़े निर्देश दिए हैं । उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले सभी आवेदन पत्रों को शीघ्र परीक्षण/निस्तारित किया जाए । कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित ना होने पाए। यह योजना कोरोना संकट के समय कारोबार को नए सिरे से खड़ा कर आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने का काम करेगी। शहरी पथ विक्रेताओं की इन्हीं समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए भारत के प्रधानमंत्री ने शहरी पथ विक्रेताओं को पुनः अपना व्यवसाय कार्य प्रारम्भ करने के लिए 10 हजार रुपये का ऋण 12 मासिक किश्तों पर 7 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी की छूट पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। शहरी पथ विक्रेताओं को पुनः अपना कार्य शुरू कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज के रूप में आसान किश्तों पर ऋण की सुविधा देकर कार्यशील पूँजी बनाने में उनकी सहायता की जा रही है। सरकार लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए हर वर्ग के लोगों की सहायता कर रही है। खेतिहर मजदूर, किसान, कारीगर, कुशल/अर्द्धकुशल श्रमिक, उद्योग-धंधों के लोगों, उद्यमी-व्यवसायी सबको सरकार आवश्यक सहायता कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज-hindusthansamachar.in

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