प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान  के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हुई जांच
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हुई जांच

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की हुई जांच

आगरा, 09 सितंबर(हि.स.)। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को जनपद के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिये हर माह की नौ तारीख को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती की जांच की जाती है। इसके तहत गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान, पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन हेतु काउंसलिंग की गयी । इसके साथ ही कोविड-19 से बचाव के लिये जारी किये गये प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। जीवनी मंडी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को केंद्र पर 60 गर्भवती की जांच की गई। इसमें उन्हें टिटनेस का टीका लगाया गया व जांचें भी की गईं। इसके साथ ही उन्हें आयरन, कैल्शियम की गोलियों सहित आवश्यक दवाएं भी दी गईं। साथ ही गर्भवती को कोविड-19 से बचाव हेतु जानकारी भी दी गई। जनपद के ब्लाक एत्मादपुर में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के आयोजन में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रुचि रानी के द्वारा गर्भवती महिलाओं के रक्त ,यूरिन, ब्लड प्रेशर एवं बजन इत्यादि की जाँच की गई। जिसमें सपोर्टिव सुपरविजन अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सन्त कुमार , ज़िला मातृ स्वास्थ्य परामर्श दाता संगीता भारती और डी पी सी सन्नू द्वारा किया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि हर माह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती के लिये जांच शिविर लगाया जाता है। बुधवार को भी इसका आयोजन हुआ। इसमें गर्भवती की जांचें की गईं व हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान की गई। इन सुविधाओं का मिलता है गर्भवती को मुफ्त लाभ - -समस्त गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लड, प्रेशर, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांचे की जाती हैं। -समस्त गर्भवती के गर्भ का द्वितीय एवं तृतीय त्रैमास में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एलोपैथिक चिकित्सक की देख-रेख में निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। -टिटनेस का टीका, आयरन व कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाएं दी जाती हैं। -हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु प्रेरित किया जाता है। -पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के लिये काउंसलिंग भी की जाती है। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/मोहित-hindusthansamachar.in

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