पारंपरिक श्रद्धा, उल्लास से मनायी जा रही श्री कृष्ण जन्माष्टमी
पारंपरिक श्रद्धा, उल्लास से मनायी जा रही श्री कृष्ण जन्माष्टमी

पारंपरिक श्रद्धा, उल्लास से मनायी जा रही श्री कृष्ण जन्माष्टमी

शामली,11अगस्त,(हि स.)। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मंगलवार को पारंपरिक श्रद्धा, उल्लास एवं भक्ति भावना के साथ मनाया जा रहा है। हालांकि जन्माष्टमी को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रही। कुछ लोगाें ने मंगलवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया तो कुछ लोग बुधवार को त्यौहार मनाएंगे। इस दौरान श्रद्धालु महिलाओं व पुरुषों ने व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की। पर्व को लेकर मंदिरों को रंग-बिरंगी सुंदर झालरों से सजाया गया था, हालांकि कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिरों में कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए। इस बार बच्चों द्वारा लगाई जाने वाली झाकियां भी कहीं दिखाई नहीं दी। मंदिरों में पांच से अधिक भक्तों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गयी। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर इस बार लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रही। कोई मंगलवार को त्यौहार होने की बात कह रहा था तो कोई बुधवार को पर्व मनाने की बात कह रहा था। हालांकि मंगलवार को शहर के कई हिस्सों में जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने सुबह से ही घरों में साफ सफाई की। इसके अलावा घरों में भगवान को अर्पित करने के लिए मिठाईयां (पंजीरी) भी बनायी गयी। महिलाओं व पुरुषों ने व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण से परिवार में सुख शांति की कामना की। जन्माष्टमी पर्व को लेकर मंदिरों में भी रंग-बिरंगी लाइटों की व्यवस्था की गयी थी लेकिन इन दिनों कोरोना महामारी के चलते मंदिरों में न तो कोई बडा कार्यक्रम आयोजित किया गया और न ही बच्चों द्वारा भगवान के जीवन से संबंधित झाकियां ही लगायी गयी। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से मंदिरों में पांच से अधिक लोगों को अंदर आने की अनुमति नहीं दी गयी। भगवान के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी और हाथों में सैनेटाइजर लगाया गया। भक्तों को भगवान की प्रतिमा को छूने की भी अनुमति नहीं थी। शाम के समय मंदिरों रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठे, मंदिराें में भक्तों के आने की संख्या बेहद कम रही, लोगों ने घराें में ही कान्हा की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख शांति एवं देश को कोरोना से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। देर रात श्रद्धालुओं ने अपने व्रत का समापन किया। दूसरी ओर बुधवार को भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा। मंदिरों में भगवान कृष्ण को झूला झुलाने की भी व्यवस्था की गयी है। इस दौरान ज्यादा भीड न हो, इसका भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। लगभग सभी मंदिरों में थर्मल स्क्रीनिंग, सैनेटाइजर व मास्क का प्रयोग करने के कडे़ निर्देश दिए हैं। मंदिरों में भीड़भाड़ न हो, इसके लिए पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गयी थी। हिन्दुस्थान समाचार/मोनू सैनी-hindusthansamachar.in

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