निलम्बन से क्षुब्ध सफाई कर्मचारी फांसी पर झूला
निलम्बन से क्षुब्ध सफाई कर्मचारी फांसी पर झूला

निलम्बन से क्षुब्ध सफाई कर्मचारी फांसी पर झूला

बांदा, 23 दिसम्बर (हि.स)। लगभग डेढ़ साल से निलम्बित चल रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने विभागीय अधिकारियों के उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या करने की वजह बताई है। उधर, सफाई कर्मचारी संघ नेताओं ने पूरे मामले की जांच और आश्रितों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। मूल रूप से चिल्ला थाना क्षेत्र के अतरहट गांव निवासी रजना प्रसाद उर्फ राजू (55) पुत्र धुंधा प्रसाद अपने परिवार के साथ लंबे समय से गिरवां थाना क्षेत्र स्थित ससुराल पतरहा गांव में रहता था। चित्रकूट जिले के एक गांव में वह ग्रामीण सफाई कर्मचारी पद पर तैनात था। बुधवार को सुबह उसने घर में कमरे के अंदर छप्पर की धन्नी में साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद कमरे आई पत्नी गिरिजा देवी ने उसे फंदे पर लटकते देखा तो मुंह से चीख निकल पड़ी। खबर पाकर गिरवां थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और अपनी निगरानी में फंदा काटकर शव को नीचे उतारा। पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। शहर कोतवाली क्षेत्र के कनवारा गांव के मजरा टिकरी गांव निवासी मृतक के भांजे नरेश ने बताया कि राजू पिछले डेढ़ साल से निलंबित चल रहा था। आर्थिक तंगी के चलते उसे काफी मुश्किल हो रही थी। आरोप लगाया कि राजू ने कई बार अधिकारियों से बहाली का अनुरोध किया। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने कोई तवज्जो नहीं दी। विभागीय अधिकारियों के उत्पीड़न से परेशान होकर उसने आत्महत्या की। उधर, गिरवां पुलिस का कहना है कि मृतक शराब का लती था। शराब के नशे में फांसी लगाकर जान दे दी। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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