नियमित टीकाकरण में शामिल हुई पीसीवी - डा. एके त्रिपाठी
नियमित टीकाकरण में शामिल हुई पीसीवी - डा. एके त्रिपाठी

नियमित टीकाकरण में शामिल हुई पीसीवी - डा. एके त्रिपाठी

झांसी, 13 अगस्त (हि.स.)। निमोनिया से शिशुओं को बचाने के लिए गुरूवार को न्यूमोकॉकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया है। जनपद के रक्सा क्षेत्र में कल्याणपुरा आंगनबाड़ी केंद्र पर इसकी शुरुआत करते हुये जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एके त्रिपाठी ने बताया कि अब यह वैक्सीन नियमित टीकाकरण में शामिल हो गयी है। अब इसे प्रत्येक सत्र में डोज के हिसाब से शिशुओं को लगाया जाएगा। यह टीका शिशुओं को न सिर्फ निमोनिया बल्कि सेप्सिस (खून का संक्रमण) बैक्टीरीयल मेनिनजाइटिस (दिमागी बुखार) से भी बचाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नवजात शिशु में सबसे ज्यादा मृत्यु निमोनिया के कारण ही होती है। इसलिए सरकार के नियमित टीकाकरण अभियान में अब न्यूमोकॉकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को भी शामिल करने का निर्णय एक सराहनीय कदम है। उन्होंने बताया इस वर्ष 58,221 बच्चों को टीकाकरण कराने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि जन्म से एक साल की उम्र तक के बच्चों को वैक्सीन तीन डोज के रूप में दी जाएगी, प्राइमरी टीके 6 व 14 सप्ताह की उम्र पर और बूस्टर टीका 9 महीने की उम्र पर दिया जायेगा। इस टीके के बाद निमोनिया से होने वाली शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी। इस दौरान यूएनडीपी से रुचिर शुक्ला, एसएमओ डा. अनार सिंह, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अशोक मिश्रा, एएनएम रश्मि, बीएचडबल्यू प्रांजल परमार उपस्थित रहे। अभी दिये जाते हैं यह टीके नियमित टीकाकरण में बच्चों को बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, पेंटावेलेंट, रोटावायरस, एफ आईपीवी, मीजल्स रुबेला, जेई, पीसीवी, डीपीटी और टीडी की खुराक दी जाती है। ये टीके बच्चे को नियमित टीबी, गला घोंटू, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, खसरा, रुबेला, हेपेटाइटिस बी, डायरिया, निमोनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों से बचाता है। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित-hindusthansamachar.in

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