ज्वाली खुर्द गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे
ज्वाली खुर्द गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे

ज्वाली खुर्द गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे

नजीबाबाद (बिजनौर), 22 अगस्त (हि.स.)। विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ज्वाली खुर्द जिसे आसपास के लोग मिनी अरब के नाम से भी जानते हैं, इसकी वजह साफ़ है क्योंकि इस गांव में से हर घर से कुवैत या फ़िर यूं कहें कि इस गांव के युवा किसी ना किसी अरब देशों में काम करते हैं। इस गांव के कुछ घरों से तो काम करने वाले सभी लोग अरब मुल्कों में कार्यरत हैं। लेकिन यह गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा है। ज्वाली खुर्द गांव में न तो साफ-सफाई, नाली और पानी की निकासी जैसी बुनियादी सुविधाए हैं और न ही यहां पर पक्का सड़क मार्ग है। इस गांव के दो मुख्य मार्ग हैं जिसमें एक हुंमाइयोपुर व दूसरा कुतुबप़ुर को जोड़ता है और तीसरा मालन नदी के रास्ते सापपुरा और इस गांव के खेत खलिहानों को जोड़ता हैं। बरसात के समय ज्यादातर मालन नदी उफ़ान पर रहती हैं और पुल नहीं होने की वजह से सापपूरा व खेत खलिहानों का रास्ता ज्यादातर टूटा ही रहता हैं। पहला रास्ता ज्वाली खुर्द से हुंमाइयोपुर को होते हुए फजल़पुर को जाता हैं जो आगे जाकर जलालाबाद व नजीबाबाद से जुड़ता हैं, बरसात के समय मालन नदी में उफ़ान होने पर नदी का पानी नाले के रास्ते आ कर गांव को हुंमाइयोपुर से काट देता है और यह रास्ता नदी उफ़ान के दौरान ज्यादातर बंद रहता है। दूसरा मार्ग है ज्वाली-कुतुबपुर का कुतुबप़ुर की साइड से देखें तो ये 200 मीटर का मार्ग है जो ज्वाली को होता हुआ नजीबाबाद तक के लिये गुजरता है और ज्वाली खुर्द को मोअज़्ज़मपुर को जोड़ने वाला यह एक ही रास्ता है। यहां कम से कम 1000 यात्री रोजाना गुजरते हैं। इस रास्ते की हालत इतनी खराब है की यहा थोड़ी बारिश से भी इतना रस्ता खराब हाे जाता है कि पैदल निकलने वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। ज्वाली खुर्द में आकर यह रास्ता भी मालन नदी के उफ़ान के कारण बंद हो जाता है। गांव के लोगों का कहना है कि ये समस्या हर साल होती है। सांसद, विधायक और सभी अन्य जनप्रतिनिधियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन इस पर कोई जनप्रतिनिधि संज्ञान नहीं लेता। ग्रामवासियों ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/रिहान अन्सारी-hindusthansamachar.in

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