ज्योति पर्व पर जमकर खरीददारी, दिये और मिट्टी के मूर्तियों की बढ़ी मांग
ज्योति पर्व पर जमकर खरीददारी, दिये और मिट्टी के मूर्तियों की बढ़ी मांग

ज्योति पर्व पर जमकर खरीददारी, दिये और मिट्टी के मूर्तियों की बढ़ी मांग

-प्रधानमंत्री के लोकल के लिए वोकल अभियान का भी दिख रहा असर वाराणसी, 12 नवम्बर (हि.स.)। ज्योति पर्व पर इस वर्ष विद्युत झालरों के साथ मिट्टी के दियों की मांग भी बनी हुई है। धनतेरस पर्व पर गुरूवार को शहर के मुख्य बाजारों के साथ सड़क के किनारे लोग दिये, परई, लक्ष्मी गणेश की मिट्टी की मूर्तियों की जमकर खरीददारी करते रहे। शहर के लंका क्षेत्र में सड़क पर खरीददारों की भीड़ आतीजाती रही। खास बात यह रही कि लोग गाय के गोबर से बनी भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की मूर्तियों को भी खरीदते रहे। जगतगंज में मिट्टी के मूर्तियों और दीये की अस्थाई दुकान लगाये राजकुमार सोनकर ने बताया कि पर्व पर इस बार देशी दीये और मूर्तियों की मांग बढ़ी है। फुटकर में दिया पचास रूपये सैकड़ा, छोटी दिया 40 रूपये सैकड़ा, बड़ी डिजाइनर दिया 60 से 60 रूपये सैकड़े के दर से बिक रही है। लक्ष्मी गणेश की मूर्तिया 25-30 रूपये से लेकर 500 रूपये में उपलब्ध हैं। मध्यम आकार की मूर्तियां 250 रूपये से उपर से है। इसकी मांग अधिक है। जगतगंज के ही दुकानदार रामबाबू ने बताया कि इस बार दीये की मांग बढ़ी है। लोग विद्युत झालरों के साथ दिये भी खरीद रहे हैं। मिट्टी से बनी लक्ष्मी- गणेश की मूर्तियां घर-घर लोग ले जा रहे हैं। बताते चले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल के लिए वोकल अभियान से लोगों पर काफी असर पड़ा है। दीपावली के इस मौके पर देशी वस्तुओं के लिए बाजार तैयार हुआ है। स्थानीय कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोग देशी उत्पादों को खरीद रहे है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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