घाटमपुर उपचुनाव : उपेंद्र पासवान बने भाजपा उम्मीदवार, विपक्षी दलों ने तैयारी तेज की
घाटमपुर उपचुनाव : उपेंद्र पासवान बने भाजपा उम्मीदवार, विपक्षी दलों ने तैयारी तेज की

घाटमपुर उपचुनाव : उपेंद्र पासवान बने भाजपा उम्मीदवार, विपक्षी दलों ने तैयारी तेज की

- कोविड प्रोटोकॉल के तहत मंगलवार को कांग्रेस व बसपा के उम्मीदवारों ने कराया अपना नामांकन कानपुर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। घाटमपुर विधानसभा के उपचुनाव को लेकर बसपा और कांग्रेस पूरी तैयारी कर चुनाव शुरु कर चुकी है। वही सपा ने अपना उम्मीदवार तो घोषित कर दिया पर नामांकन प्रक्रिया अभी तक शुरु नहीं कर पायी है। इन सब के बीच मंगलवार की देर शाम भाजपा ने भी अपना उम्मीदवार की घोषणा कर दी। बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया। इस दौरान कलेक्ट्रेट के नामांकन कक्ष में कोविड नियमों का पालन कराया गया। सपा प्रत्याशी अधिकार पत्र का इंतजार कर रहे हैं, तो भाजपा ने अंतिम वक्त पर अपने पत्ते खोलते हुए उम्मीदवार का नाम घोषित कर विरोधी दलों की चुनावी गणित में सरगर्मी पैदा कर ढ़ी है। अब क्षेत्रीय स्तर पर भी राजीतिक चर्चाओं से माहौल गर्म होने लगा है और चुनावी रंग ले चुका है। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. कृपाशंकर संखवार व बसपा के कुलदीप संखवार ने सोमवार को ही जरूरी अभिलेख एकत्र करने व नामांकन की तैयारी कर ली थी। मंगलवार को सबसे पहले बसपा प्रत्याशी कुलदीप संखवार ने प्रस्तावक के रूप में मायावती सरकार में मन्त्री रहे अनन्त कुमार मिश्रा अन्टू व पूर्व सांसद मुमताज अली के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान कोविड नियमों का पूरा पालन कराया गया। नामांकन कक्ष के अंदर प्रत्याशी और प्रस्तावक के अलावा कोई दूसरा कोई नहीं जा सका। कक्ष में शारीरिक दूरी समेत अन्य कोविड नियमों का पालन कराते हुए नामांकन पत्र दाखिल किया गया। इसके बाद दोपहर बाद कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. कृपाशंकर भी पूर्व सांसद राकेश सचान और राजाराम पाल के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां दो प्रस्तावकों के साथ कक्ष में जाकर नामांकन पत्र दाखिल कराया। कोविड नियमों का पालन करते हुए नामांकन कराया। समाजवादी पार्टी प्रत्याशी इंद्रजीत कोरी अधिकार पत्र न मिल पाने की दशा में अभी तक नामांकन नहीं करा सके। वह अब बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सोमवार को ही विदेश से वापस लौटने और अधिकार पत्र मिलने में देरी को कारण बताया जा रहा है। उपेन्द्र पासवान भाजपा से बने उम्मीदवार घाटमपुर विधानसभा उपचुनाव में चौथी व प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भाजपा उम्मीदवार के अंतिम दिनों में ही नामांकन दाखिल करने की संभावना है। इसके पीछे मंगलवार दोपहर तक बीजेपी की ओर से किसी भी उम्मीदवार की घोषणा न किया जाना लग रहा था, लेकिन शाम को घाटमपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की ओर से उपेंद्र पासवान को उपचुनाव में टिकट देकर मौका दिया गया। भाजपा दावेदार के सामने आते ही विपक्षी दलों ने चुनाव की तैयारियों को तेज कर दिया है। स्वप्निल खेमे में निराशा बताते चले कि, घाटमपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सबसे बड़ी रस्साकशी चल रही थी। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह था कि मंत्री कमल रानी वरुन के निधन के बाद खाली सीट पर उपचुनाव के लिए उनकी बेटी स्वप्निल दावेदारी कर टिकट मांग रहीं थी लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उनको टिकट न देकर उपेन्द्र पासवान को उपचुनाव मैदान में उतारा है। उनको टिकट मिलने से स्वप्निल वरून के खेमे में निराशा है। इसके पीछे कारण यह भी है कि उनकी मां इस सीट से पूर्व में सांसद भी थी और मौजूदा समय में विधानसभा सीट जीतकर योगी सरकार में मंत्री थी। उनके अचानक हुए निधन के बाद घाटमपुर सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस उम्मीदवार ने पार्टी की परम्परा को रखा कायम पार्टी के घाटमपुर विधानसभा से उम्मीेदवार डा. कृपाशंकर संखवार का नामांकन जुलूस पार्टी के मुख्यालय तिलक हाल से गाजे-बाजे के साथ निकला और कलेक्ट्रेट पहुंचा। हालांकि समर्थकों ने कोविड प्रोटोकाल का थोड़ा ही पालन किया, लेकिन उम्मीदवार के साथ उनके समर्थक भी चुनावी जोश से लबालब दिखायी दिए। 18 लोगों ने लिए हैं नामांकन पत्र घाटमपुर उपचुनाव में सिर्फ 18 दावेदारों ने पर्चे लिए हैं। मंगलवार को भी तीन निर्दलीय समेत सात लोगों ने नामांकन पत्र लिए हैं। जबकि नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन किसी ने भी कोई पर्चा दाखिल नहीं कराया था। पहले दिन सिर्फ छह दावेदारों ने ही पर्चे लिए थे। लेकिन मंगलवार तक सिर्फ कांग्रेस व बसपा उम्मीदवारों ने ही नामांकन कराया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in

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