गाजियाबाद के संन्यासी ने दस परिवारों को लिया गोद
गाजियाबाद के संन्यासी ने दस परिवारों को लिया गोद

गाजियाबाद के संन्यासी ने दस परिवारों को लिया गोद

गाजियाबाद, 22 दिसम्बर (हि.स.)। भूख और गरीबी से जूझ रहे परिवारों के लिए गाजियाबाद का एक संन्यासी आगे आया है। 71 वर्षीय स्वामी बालनाथ ने ऐसे दस परिवारों को गोद लेकर उनका पूरा खर्च उठाने का निर्णय लिया है। भूख और गरीबी से जूझ रहे परिवारों के लिए स्वामी बालनाथ ने मंगलवार को ’कोई भूखा न सोये’ राष्ट्रीय अभियान शुरू किया। अभियान के तहत भूख और मजबूरी से फांके काट रहे परिवारो को निशुल्क रसद व राशन हर माह उपलब्ध कराया जाएगा। जब तक परिवार अपने पैरो पर खडा नही हो जाता है। सेवा नगर स्थित स्वामी बालनाथ आश्रम के संचालक स्वामी बालनाथ ने इनद स परिवारों को एक माह का रसद व राशन उपलब्ध करा दिया। उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए हमने ऐसे परिवारो को चुना है जिनका न तो कोई रोजगार है। न ही उनके भरण-पोषण करने के लिए कोई परिजन है। ऐसे परिवारो में दिव्यांग, बुजुर्ग, विधवा तथा ऐसे बेसहारा बुजुर्ग शामिल है। इस संन्यासी की मुहिम को अमलीजामा पहनाने के लिए शहर के बडे़ व्यापारी और उद्वमी मदद कर रहे हैं। इस मुहिम मंें मदद करने वाले इन दानवीरो ने अपना नाम भी सार्वजनिक करने से मना कर दिया है। गौरतलब है कि कोरोना काल के लाॅकडाउन के दौरान स्वामी बालनाथ ने गरीब और बेसहारा लोगों के लिए व्यापारियों व उद्यमियांे की मदद से 24 घण्टे लंगर चलाया था। यहां प्रतिदिन हजारो लोग लंगर में भोजन करते थे। दंपत्ति की आत्महत्या के बाद शुरू की मुहिम स्वामी बालनाथ बताते हैं कि लगभग तीस साल पहले गाजियाबाद जनपद के गांव अर्थला में भूख व बेरोजगारी से तंग आकर एक दम्पती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस हादसे के बाद उन्होने यह अभियान शुरू किया है। तभी से आश्रम में भूखे लोगो के लिए लंगर चलाया जाता है। अब इस अभियान को और मजबूत बनाने के लिए हमने गरीबी रेखा से नीचे जीवन निर्वाह करने वाले परिवारो को हर माह रसद व राशन देने का फैसला किया है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in

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