केन्द्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सियाराम कुटीर पहुंचकर नानाजी देशमुख को दी श्रद्धांजलि

केन्द्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सियाराम कुटीर पहुंचकर नानाजी देशमुख को दी श्रद्धांजलि
केन्द्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सियाराम कुटीर पहुंचकर नानाजी देशमुख को दी श्रद्धांजलि

चित्रकूट,17 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख अक्सर कहा करते थे जिस दिन गांव जाग जाएंगे, उस दिन दुनिया जाग जाएगी। वह ऐसा अपने राजनीतिक अनुभव, सामाजिक दृष्टिकोण से कहा करते थे। उन्होंने कहा ही नहीं करके भी दिखाया। श्रद्धेय नानाजी अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन विचार के रूप में वह आज भी हमारे बीच मौजूद हैं। यह अवसर था भारत रत्न नानाजी देशमुख के चित्रकूट स्थित आवास सियाराम कुटीर का, जहां भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे उनको श्रद्धांजलि देने पहुंचे और उनके साथ बिताए पलों को याद करके भाव विभोर हो उठे। इस मौके पर दीनदयाल शोध संस्थान के सचिव डा. अशोक पाण्डेय, उप महाप्रबंधक डा. अनिल जायसवाल भी साथ रहे। चित्रकूट आने पर दिव्यांग विश्वविद्यालय से भारत रत्न नानाजी देशमुख को श्रद्धांजलि देने सियाराम कुटीर पहुंचे, वहां नानाजी के कक्ष में पहुंचकर उनको श्रद्धा पुष्प अर्पित किए और कुछ देर नानाजी के कक्ष में ही बैठकर नानाजी के साथ बिताए पलों को याद करते हुए अपनी चिर-स्मृतियां साझा किए। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि नानाजी के जीवन से उन्हें लगातार राष्ट्र सेवा की प्रेरणा मिलती रही है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में सन 1974 में पटना में छात्र आंदोलन के दौरान जेपी पर लाठी का प्रहार हुआ था, तो नानाजी ने अपना हाथ आगे बढ़ा कर उनका उनका सिर टूटने से बचाया था और स्वयं चोटिल होने से उनके हाथ की हड्डियां टूट गई थी। जिसका प्रत्यक्षदर्शी में स्वयं आंदोलनकारी के रूप में संघर्षशील था, ऐसे नव दधीचि राष्ट्र ऋषि नानाजी के प्रति श्रद्धा सुमन समर्पित है। हिन्दुस्थान समाचार/रतन-hindusthansamachar.in

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