किसानों के लिये वरदान साबित हो रही ड्रम सीडर से धान की बुवाई
किसानों के लिये वरदान साबित हो रही ड्रम सीडर से धान की बुवाई

किसानों के लिये वरदान साबित हो रही ड्रम सीडर से धान की बुवाई

जौनपुर, 25 जुलाई (हि.स.)। केराकत तहसील अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र अमिहित के कृषि वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि ड्रम सीडर से धान की सीधी बुवाई किसानों के लिये वरदान साबित हो रही है। इस नयी विधि से किसानों का समय व पैसा दोनों की बचत होती है तथा उत्पादन अधिक होता है। इस विधि से लगभग पांच हजार रुपये की बचत हो जाती है। यह बातें शनिवार को केराकत ब्लाक के सोहनी गांव में प्रगतिशील किसान इंद्रसेन सिंह के एक एकड़ खेत में ड्रम सीडर द्वारा धान की सीधी बुवाई करते समय वह किसानों को इस विधि की जानकारी देते हुए कही। उन्होंने इस नयी तकनीक पर प्रकाश डालते हुए बताया ड्रम सीडर मशीन एक आदमी द्वारा संचालित की जाती है। इसमें चार खोखले ड्रम लगे होते हैं। जिसमें 24 से 30 घंटे बीज भिगोकर फिर 8 से 12 घंटा बीज निकाल करके टाट के बोरे पर फैला देते हैं। हलका सा अंकुरित बीज होने पर उसे चारों ड्रम में आधा आधा भाग भरकर बुवाई करते हैं। एक आदमी संचालित करता है, जो प्रशिक्षित किसान एक दिन में तीन से चार एकड़ तक की बुवाई इस मशीन से कर सकता है। किसान को चार से पांच दिन खेतों में पड़े बीजों को चिड़ियों से बचाना जरूरी होता है। इस दौरान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. के सिंह, शिव, अजय, रवीन्द्र राज सिंह सरोज प्रधान आदि किसान उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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