किसान गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाकर फसल उत्पादन बढ़ाएं : कृषि मंत्री
किसान गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाकर फसल उत्पादन बढ़ाएं : कृषि मंत्री

किसान गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाकर फसल उत्पादन बढ़ाएं : कृषि मंत्री

- प्रधानमंत्री का यह सपना है किसानों की आमदनी दोगुनी हो बांदा, 25 दिसम्बर (हि.स)। किसान गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाए, इससे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही जैविक खेती से प्राप्त खाद्यान से हम विभिन्न बीमारियों से भी बच सकते हैं। यह बात आज उ.प्र. कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय बांदा में आयोजित किसान गोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि किसान देशी केचुओं को बढ़ावा दें, क्योंकि इससे खेती की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। कृषि राज्यमंत्री ने किसानों की जीवामृत तथा बर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि के सम्बन्ध में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत सौभाग्यशाली है क्योंकि आज हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी की जयन्ती सुशासन दिवस के रूप में मना रहे हैं। कहा कि, बांदा कृषि विश्वविद्यालय के वानिकी महा विद्यालय में लगायी गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कुलपति बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यू.एस.गौतम ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी का यह सपना है कि किसानों की आमदनी दोगुनी हो। इसलिए हमने विश्वविद्यालय में किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए माॅडल विकसित किया है जिसे अब हम किसानों के खेतों में लगायेंगे। उन्होंने कहा कि किसान जैविक खेती को अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा गौरव दयाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसनों की देश के निर्माण में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है तथा किसान अन्नदाता हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। आयुक्त ने कहा कि किसानों की समस्याओं को निस्तारण सम्बन्धी अधिकारी प्राथमिकता पर करें। जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि आज का दिन ऐसे महानुभाव से सम्बन्धित है जो न केवल देश के प्रधानमंत्री रहे अपितु वह बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे। उन्होंने देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया। कहा कि, किसान विश्वविद्यालय की नई कृषि तकनीक को अपनायें जिससे उनकी आमदनी बढ़ सके। गोष्ठी से पहले किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीधा संवाद कार्यक्रम का प्रसारण देखा जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा भारत सरकार द्वारा जो नये कृषि कानून लागू किये गए हैं, उनसे किसानों को लाभ होगा तथा उनकी आमदनी बढ़ेगी। किसानों की भलाई के लिए भारत सरकार द्वारा आज 9 करोड़ किसान परिवारों को 18 हजार करोड़ की धनराशि प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि योजना के अन्तर्गत प्रदान की गयी है। अधिष्ठाता डाॅ. वी.के.सिंह ने इस अवसर पर गीता जयन्ती के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण के उपदेश आज भी व्यवहारिक हैं तथा हमें अन्याय से लडने की प्रेरणा देते हैं। कार्यक्रम का शुभारम्भ कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण किया। कुलपति यू.एस.गौतम ने मंत्री जी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव वी.एस.पवार, डिप्टी कलेक्टर महेन्द्र प्रताप, उप निदेशक सूचना भूपेन्द्र सिंह यादव, उप निदेशक कृषि प्रसार राम कुमार माथुर, जिला कृषि अधिकारी डाॅ. प्रमोद कुमार तथा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक व बड़ी संख्या में वैज्ञानिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. नरेन्द्र सिंह ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल/मोहित-hindusthansamachar.in

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