काशी अपनी पुरातन काया, नए कलेवर के साथ वैश्विक मंच पर फिर जगमगा रही : योगी आदित्यनाथ
काशी अपनी पुरातन काया, नए कलेवर के साथ वैश्विक मंच पर फिर जगमगा रही : योगी आदित्यनाथ

काशी अपनी पुरातन काया, नए कलेवर के साथ वैश्विक मंच पर फिर जगमगा रही : योगी आदित्यनाथ

वाराणसी, 30 नवम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोमवार को यहां वाराणसी-प्रयागराज राजमार्ग की छह लेन चौड़ीकरण परियोजना का शुभारम्भ करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी अपनी पुरातन काया और नए कलेवर के साथ वैश्विक मंच पर एक बार फिर से जगमगा रही है। इसका हम सब एहसास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान लगभग 1,8000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं या तो लोकार्पण हुई हैं या उनका शिलान्यास हुआ है। वर्तमान में ढेर सारी परियोजनाओं पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना से देश के 135 करोड़ की आबादी को न केवल सुरक्षित रखने का काम किया गया बल्कि एक-एक गरीब के घर तक उसकी जरूरत के हिसाब से इस पूरे कालखंड के दौरान हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई गई। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण पैकेज के माध्यम से 1,76,000 करोड़ रुपये की हर गरीब की जरूरत को पूरा करने की योजना हो या आत्मनिर्भर भारत के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा, इनका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने के साथ ही देश के अंदर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय व्यस्ताओं के साथ ही प्रधानमंत्री काशी के बारे में हर पल, हर क्षण, हर जानकारी रखते हैं यहां के लोगों, यहां के विकास, यहां की आध्यात्मिक परम्परा को आगे बढ़ाने की चिंता के साथ ही यहां के प्रति उनका निरंतर एक जुड़ाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काशी के विकास की नई गौरव गाथा के आगे बढ़ने की कहानी है, जिसके लिए काशी का प्रत्येक नागरिक वर्षों, सदियों से उतावला था। उन्होंने कहा कि आज प्रयागराज और काशी को जोड़ने के लिए सिक्स लेन के हाइवे परियोजना का प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से शुभारंभ भी होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के अंदर 2014 के बाद हाइवे निर्माण को गति मिली है। विगत साढ़े तीन वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में उत्तर प्रदेश के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के जो कार्यक्रम हुए उसका परिणाम है कि 2014 के बाद अगर हम प्रतिदिन उत्तर प्रदेश के अंदर हाईवे के निर्माण की गति को देखें तो औसतन लगभग दो किलोमीटर हाइवे का निर्माण प्रतिदिन हुआ है। यह विकास की एक नई कथा को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश के अंदर लिखे जाने की एक नई व्यवस्था हम सब अपने आंखों से देख रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/रामानुज-hindusthansamachar.in

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