कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी सीटी स्कैन से बेहतर है एमआरआई : डा. सौम्या दीक्षित
- एमआरआई से बिना शरीर के अंदरुनी भाग की मिलती है साफ तस्वीर कानपुर, 25 अगस्त (हि.स.)। कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी सीटी स्कैन से एमआरआई बेहतर कारगर साबित हो रहा है। इससे एक तरफ जहां शरीर के अंदर की तस्वीरें साफ आती हैं तो वहीं तस्वीरें साफ होने पर डाक्टरों के जरिये इलाज भी बेहतर मिल जाता है। एमआरआई से शरीर में किसी प्रकार का रेडिएशन जाने का भी खतरा नहीं होता है। यह बातें मंगलवार को हैदराबाद की रेडियोलॉजिस्ट डा. सौम्या दीक्षित ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कही। इजिप्ट, वर्ल्ड जर्नल ऑफ फार्मा एंड मेडिकल रिसर्च, डॉलफिन, एस आर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, होप के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को इंडोइजिप्ट कॉन्फ्रेंस का और समापन समारोह का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्या एसवीएम कॉलेज कानपुर की प्रोफेसर आरती चंदवानी ने इस कॉफ्रेंस की सराहना की। मुख्य वक्ता निज़ाम हैदराबाद से रेडियोलॉजिस्ट डॉ सौम्या दीक्षित ने बताया कि एमआरआई स्कैन का इस्तेमाल मस्तिष्क, हड्डियों व मांसपेशियों, सॉफ्ट टिश्यू, चेस्ट, ट्यूमर-कैंसर, स्ट्रोक, डिमेंशिया, माइग्रेन, धमनियों के ब्लॉकेज और जेनेटिक डिस्ऑर्डर का पता लगाने में है। कम्प्यूटराइज्ड टोमोग्राफी सीटी स्कैन से एमआरआई बेहतर है। इसमें शरीर के अंग की अंदरूनी स्थिति की साफ तस्वीर मिलती है। इसमें रेडिएशन नहीं होता है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं की भी यह जांच होती है। प्रोफेसर डॉ मोहम्मद जव्हारी इजिप्ट ने बताया कि 3 डी डायमेंशनल तकनीकी के उपयोग द्वारा दाँतो इलाज आसान हो चुका है। कॉन्फ्रेंस चेयरमैन डॉ डीके अवस्थी एचओडी केमिस्ट्री जेएनपीजी कॉलेज लखनऊ ने स्वागत किया। डॉ अर्चना दीक्षित द्वारा धन्यवाद ज्ञापन, समन्वयक डॉ अलका तांगड़ी द्वारा कॉन्फ्रेंस के रिपोर्ट पढ़ी गयी। डॉ सोनिका भाटिया द्वारा एंकरिंग की। डॉ ज्योति सिंह जादौन डॉ मनीष मिश्र, डॉ ज्ञानेन्द्र आदि का विशेष सहयोग रहा। इस कॉन्फ्रेंस में देश विदेश से 1000 लोंगो ने भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/मोहित-hindusthansamachar.in