एमबीबीएस डॉक्टर्स की सभी जगह रोस्टर तैयार लगाई जाए ड्यूटी : एडी
एमबीबीएस डॉक्टर्स की सभी जगह रोस्टर तैयार लगाई जाए ड्यूटी : एडी

एमबीबीएस डॉक्टर्स की सभी जगह रोस्टर तैयार लगाई जाए ड्यूटी : एडी

- अपर निदेशक की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन झांसी, 29 अक्टूबर (हि.स.)। मण्डल के तीनों जिलों में जिस केंद्र पर डॉक्टर नहीं है वहां जनपद के एमबीबीएस डॉक्टर की रोस्टर के अनुसार हफ्ते में दो दिन ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही जहां दवाइयों की उपलब्धता निर्देशों के अनुसार नहीं है वह भी सुनिश्चित कराये। भारत सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जिन केन्द्रों पर महिला अधिकारी है वहां एक हेल्प डेस्क बनाई जाए। उक्त निर्देश अपर निदेशक डा. वीके सिन्हा ने गुरूवार को अपर निदेशक कार्यालय सभागार में मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। अपर निदेशक ने कहा कि वर्ष के 6 माह हमारे कोविड में चले गए अब बचे हुये समय में वार्षिक लक्ष्यों की पूर्ति पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। ऐसी रणनीति बनाए कि हमारी सारी गतिविधियां मार्च तक पूर्ण हो जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी लोग जमीनी स्तर पर बेहतर सेवाएं देने में सहयोग दे, जहां भी सुधार की जरूरत है उसके लिए अपने संबन्धित अधिकारी से बात करे, और वह कार्य पूर्ण कराये। जिला अस्पतालों को निर्देश देते हुये अपर निदेशक ने कहा कि अस्पताल में ओपीडी की संख्या बढ़ाएं जाने के लिए चिकित्सा अधीक्षक अपने अस्पताल में समीक्षा बैठक करें साथ ही अस्पतालों में डॉक्टर बेहतर कार्य करें। इसी के साथ मदवार एनएचएम के कार्यक्रम की वित्तीय स्थिति पर चर्चा की गई और निर्देश दिये गए कि जिला स्तर पर भी इस तरह की बैठक हो। बैठक में मण्डलीय परियोजना प्रबंधक के द्वारा पीपीटी के माध्यम से जनपर में गत माह में राष्ट्रीय कार्यक्रम, प्रजनन, महिला, नवजात शिशु, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किए गए कार्यों पर चर्चा की गई। बैठक में संयुक्त निदेशक डा. जेके गुप्ता सहित सभी जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सभी नोडल अधिकारी, डीपीएमयू यूनिट से डीपीएम, डीसीपीएम, डीएएम आदि लोग उपस्थित रहे। तीन वर्षों में डेंगू और मलेरिया के मरीजों में भारी गिरावट आई सर्वप्रथम माहमारी रोग विशेषज्ञ रविदास ने कोविड सहित, मलेरिया और डेंगू पर जनपद की स्थिति पर प्रकाश डालते हुये बताया कि गत तीन वर्षों में जनपद में डेंगू और मलेरिया के मरीजों में भारी गिरावट देखी गई। मण्डल में वर्ष 2018 में जहां डेंगू के मरीज 348 और मलेरिया के मरीज 631 थे। वही ये घटते हुये वर्ष 2019 में 169 व 375 हो गए और वर्ष 2020 में अभी तक मण्डल में 19 डेंगू और 62 मलेरिया के मरीज मिले है। वही कोविड में भी मण्डल में रिकविरी रेट 95 प्रतिशत से अधिक हो गया है। माह की 5 तारीख तक सभी कर्मचारी को मिल जाए मानदेय अपर निदेशक ने कहा कि इस विपरीत परिस्थिति में एक स्वास्थ्य महकमा ही है जो जोर शोर से लगा हुआ है। प्रत्येक दशा में इनका मानदेय हर माह की 5 तारीख तक भुगतान करना सुनिश्चित कराये। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित-hindusthansamachar.in

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