एनसीसी छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहायक : कुलपति प्रो.वैशम्पायन
एनसीसी छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहायक : कुलपति प्रो.वैशम्पायन

एनसीसी छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहायक : कुलपति प्रो.वैशम्पायन

- बीयू में मनायाएन.सी.सी. दिवस,जरूरतमन्दों को बाटें गये वस्त्र, मास्क एवं जूते झांसी, 22 नवम्बर (हि.स.)। एनसीसी छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण एवं विकास में सहायक होती है। प्रशिक्षण के दौरान एक कैडेट का व्यक्तित्व निखर कर आता है। उक्त विचार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन ने रविवार को बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर एनसीसी दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में संचालित 56 यू.पी.बटालियन (पुरूष शाखा) तथा 32 यू.पी.बटालियन(महिला शाखा) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जरूरतमन्दों को बाटें गये वस्त्र, मास्क एवं जूते वितरण कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। कुलपति ने एनसीसी कैडेट्स को एनसीसी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि एनसीसी देश का एक महत्वपूर्ण संगठन है तथा एनसीसी में प्रशिक्षण के दौरान समाज सेवा, अनुशासन, चरित्र निर्माण और परिश्रम की सीख दी जाती है, जो छात्रों के अन्दर नेतृत्व की भावना का विकास करने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि सफलतापूर्वक एनसीसी प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त छात्र में स्वयं एक आत्म्विश्वास उत्पन्न हो जाता है तथा वह अपने साथी अन्य छात्रों से कई मामलों में बेहतर होता है। आज एन.सी.सी. दिवस पर कैडैट्स के द्वारा जरूरतमन्दों को वस्त्र, मास्क एवं जूते का वितरण किये जाने पर कुलपति ने कहा कि अपने इस कार्य के द्वारा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के एनसीसी के कैडेट्स समाज सेवा की एक नई परंपरा को जन्म दे रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी मेजर सुनील काबिया ने राष्ट्रीय कैडेट कोर के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एनसीसी की स्थापना 16 जुलाई 1948 में हुई थी, परन्तु प्रथम एनसीसी यूनिट का शुभारम्भ देश के प्रथम प्रधानमन्त्री पं.जवाहरलाल नेहरू के द्वारा नवम्बर के चैथे रविवार को किया गया था। जिसके कारण आज भी एनसीसी का स्थापना दिवस एनसीसी दिवस के रूप प्रतिवर्ष नवम्बर के चैथे रविवार को मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा संपूर्ण भारत के विश्वविद्यालयों में वर्दीधारी कैडेटों का सबसे बड़ा स्वैच्छिक संगठन है। इसके प्रशिक्षण के दौरान कैडैट्स को बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण के अतिरिक्त समाज सेवा, अनुशासन, नेतृत्व तथा दायित्वों के निर्वहन का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस अवसर पर प्रो.एसपी भट्ट, प्रो.वीके सिंह, प्रो.एसके कटियार, डा. पुनीत बिसारिया, मेजर अदिति सिंह, सूबेदार मेजर जे.पी. शर्मा, हवलदार विक्रमजीत सिंह, हेमन्त चंद्रा, सीनियर अण्डर ऑफिसर अंजुल सिंह यादव, अण्डर ऑफिसर संदीप कुमार राजपूत, सार्जेण्ट शिवम राजपूत, सार्जेण्ट सोमव्रत यादव, सार्जेण्ट अजय चक्रवर्ती सत्यव्रत यादव, आकृष्ट शुक्ला, आयुष अग्निहोत्री, प्रांजल सहित एनसीसी कैडेट उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो.सुनील काबिया तथा सभी का आभार विश्वविद्यालय 32 यू.पी.बटालियन(महिला शाखा) की प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ रश्मि सिंह ने व्यक्त किया। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

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