एक अगस्त पर विशेष असहयोग आंदोलन के सौ साल पूरे, विशेष डाक टिकट जारी करने की मांग
एक अगस्त पर विशेष असहयोग आंदोलन के सौ साल पूरे, विशेष डाक टिकट जारी करने की मांग

एक अगस्त पर विशेष असहयोग आंदोलन के सौ साल पूरे, विशेष डाक टिकट जारी करने की मांग

वाराणसी, 31 जुलाई (हि.स.)। अंग्रेजों से देश को आजाद कराने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सन् 1920 में असहयोग आंदोलन चलाया था। एक अगस्त को असहयोग आंदोलन को 100 साल पूरा हो जायेगा। देश के प्रथम जन आंदोलन को तब शहरी क्षेत्र मे मध्यम वर्ग तथा ग्रामीण अंचल में किसानों और आदिवासियों का इसे व्यापक समर्थन मिला था। प्रथम जन आन्दोलन के 100 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी से इस अवसर पर विशेष डाक टिकट जारी करने की आवाज उठी है। शुक्रवार शाम को बनारस बार एसोसियेशन के पूर्व महामंत्री अधिवक्ता नित्यानन्द राय ने यह आवाज उठाई है। उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, गृहमंत्री ,संस्कृति मंत्रालय ,डाक व तार विभाग को इस ऐतिहासिक तथ्य की जानकारी ई-मेल और ट्वीटर के जरिये दी है। नित्यानंद ने कहा कि आजादी के जंग में असहयोग आंदोलन वह आंदोलन है, जिसने 1857 के गदर के बाद ब्रितानिया सल्तनत की नींव हिला दी थी। उन्होंने कहा कि इसे याद करने खास बनाने के लिए ऐतिहासिक वर्ष में डाक टिकट जारी होना चाहिए। साथ ही ऐतिहासिक आंदोलन की यादों को अक्षुण्ण रखने के लिये असहयोग आंदोलन पर एक विशेष डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनायी जाय और उसे देश की युवा पीढ़ी को दिखाया जाय। आज असहयोग आंदोलन के उद्देश्यों से देश की युवा पीढ़ी को परिचित कराने की जरूरत भी है। उन्होंने सरकार से मांग किया कि आंदोलन के 100 वर्ष में राजघाट पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हो। बनारस का महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और गुजरात विद्यापीठ, बिहार विद्यापीठ असहयोग आंदोलन की देन है। यहां भी इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाय। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/उपेन्द्र-hindusthansamachar.in

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