उप्र: सात हजार गांवों में आयुष्मान भारत का एक भी गोल्डन कार्ड धारक नहीं, अब मिलेगा लाभ
उप्र: सात हजार गांवों में आयुष्मान भारत का एक भी गोल्डन कार्ड धारक नहीं, अब मिलेगा लाभ

उप्र: सात हजार गांवों में आयुष्मान भारत का एक भी गोल्डन कार्ड धारक नहीं, अब मिलेगा लाभ

-01 नवम्बर से चलाया जाएगा अभियान लखनऊ, 24 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में करीब सात हजार ऐसे गांव हैं, जहां आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक भी गोल्डन कार्ड धारक नहीं है। अब नवम्बर माह में अभियान चलाकर इन लोगों को योजना से जोड़ा जाएगा। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक सरकारी आंकड़ों में सामने आया है कि राज्य में करीब सात हजार गांव ऐसे हैं, जहां अभी तक आयुष्मान भारत योजना के तहत एक भी ग्रामीण इससे नहीं जुड़ सका है। अब 01 नवम्बर से अभियान चलाकर इनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे, ताकि राज्य में कोई भी गांव ऐसा न बचे, जहां आयुषमान भारत के कार्ड धारक नहीं हों। योजना के तहत प्रत्येक परिवार को पांच लाख का सालाना स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा। योगी सरकार आयुष्मान भारत योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयुष्मान भारत योजना में प्रदेश के लगभग ढाई करोड़ परिवारों को और शामिल करने के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं। आयुष्मान भारत के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और उन्होंने प्रस्ताव रखा था कि केन्द्र सरकार इस योजना का दायरा बढ़ाने की मंशा रखती है। केन्द्र सरकार इस योजना को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत लाना चाहती है। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सहमति दे दी है। अभी तक सूबे के 1.18 करोड़ परिवार इस योजना में कवर हैं। वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत लाभार्थी का चयन सामाजिक, आर्थिक, जातीय जनगणना-2011 के आधार पर किया गया है। चयन के इस आधार पर प्रदेश के 90 लाख परिवार आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र हैं। तकरीबन 28 लाख परिवारों को ढूंढा नहीं जा सका है। एनएफएसए के तहत प्रदेश में 3.58 करोड़ परिवार पंजीकृत हैं। योजना का दायरा बढ़ने पर बाकी 2.40 करोड़ परिवार भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। सभी को पांच लाख के स्वास्थ्य बीमा से कवर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जैसे ही केन्द्र सरकार इस योजना का दायरा बढ़ाती है, प्रदेश सरकार उसका पालन करेगी और अतिरिक्त व्यय को वहन करेगी एनएफएसए को आयुष्मान भारत योजना के चयन का आधार बनाए जाने पर अन्त्योदय योजना, पात्र गृहस्थी योजना आदि के लाभार्थी भी आयुष्मान भारत योजना के पात्र लाभार्थी हो जाएंगे। इससे प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लाभार्थी परिवारों की संख्या बढ़कर 3.58 करोड़ पहुंच जाएगी और योजना से लगभग 14 करोड़ लाभार्थी लाभ उठा सकेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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