उप्र में सभी तटबंध सुरक्षित, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई 1,129 नावें
उप्र में सभी तटबंध सुरक्षित, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई 1,129 नावें

उप्र में सभी तटबंध सुरक्षित, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई 1,129 नावें

-मंत्रियों ने बाढ़ प्रभावित बस्ती, आजमगढ़, गोण्डा और बहराइच का किया दौरा लखनऊ, 04 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा, राज्यमंत्री जलशक्ति बलदेव औलख तथा अपर मुख्य सचिव, सिंचाई ने मंगलवार को जनपद बस्ती, आजमगढ़, गोण्डा एवं बहराइच का दौरा किया। दौरे के दौरान मंत्री द्वारा राहत कार्य, स्वास्थ्य, बचाव दल की उपलब्धता तथा बाढ़ के संबंध में समस्त तैयारियों के बारे में जिलाधिकारी तथा जनपद के अन्य अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की गई तथा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान परिलक्षित कमियों को तत्काल ठीक करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने राज्य की बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए मंगलवार को बताया कि वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर मॉनिटरिंग की जा रही है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनाती की गयी हैं। 1,129 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तटबंधों तथा बांधों का निरीक्षण तथा तटबंधों को सुरक्षित करने के उपाय समय से सुनिश्चित किये जायें। जनपदों द्वारा ऊपरी क्षेत्रों में स्थित विभिन्न बांधों, जलाशयों से पानी छोड़े जाने की सूचना की निरन्तर जानकारी रखी जाये तथा तद्नुसार बाढ़ से बचाव के लिए सभी तैयारी पूर्व से सुनिश्चित की जायें। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 10,090 खाद्यान्न किट, 64,154 फूड पैकेट व 81,428 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 208 मेडिकल टीम लगायी गयी है। राहत आयुक्त ने बताया कि ब्लाॅक अजमतगढ़, तहसील सगड़ी, जिला आजमगढ़ में घाघरा नदी की सहायक नदी छोटी सरजू के तटबंध में करीब 25 मीटर का ब्रीच है जिससे ग्राम पंचायत टेकनपुर के तीन राजस्व गांव टेकनपुर, छपिया, सहसपुर एवं 12 अन्य गांवों की भूमि लगभग 558 हेक्टेयर में पानी भर गया है। अभी गांवों की आबादी में घरों में पानी नहीं भरा है। आबादी क्षेत्र के निचले हिस्से जैसे स्कूल आदि में जलभराव की सूचना प्राप्त हुई है। बंधे के रिपेयर के लिए पर्याप्त मैटेरियल एवं मैनपाॅवर के माध्यम से आज तेजी से कार्य करवाया जा रहा है तथा यह कार्य आज देर रात्रि तक पूर्ण होने की संभावना है। राहत आयुक्त के मुताबिक बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 151 बाढ़ शरणालय तथा 653 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों के 777 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर, सरयू (घाघरा) नदी-एल्गिनब्रिज बाराबंकी और अयोध्या में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश में 114 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 4,74,795 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/राजेश-hindusthansamachar.in

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