उप्र में लोग धूमधाम से मना रहे दीवाली, जगमग दीपकों के साथ खिल उठे चेहरे
उप्र में लोग धूमधाम से मना रहे दीवाली, जगमग दीपकों के साथ खिल उठे चेहरे

उप्र में लोग धूमधाम से मना रहे दीवाली, जगमग दीपकों के साथ खिल उठे चेहरे

लखनऊ, 14 नवम्बर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में दिवाली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रदेश का प्रत्येक कोना दीपों से जगमगा रहा। तिथियों के फेर के बावजूद लोगों ने शुभ मुहूर्त प्रदोषकाल में विधि विधान से भगवान गणेश और महालक्ष्मी की आराधना की। सर्वार्थ सिद्धि योग में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में वैदिक ब्राह्माणों के मंत्रोच्चार के बीच महालक्ष्मी और बहिखातों की पूजा की। ग्राहकों और परिचितों के बीच व्यापारियों ने मिठाइयां उपहार के रूप में बांटी। इस दीप पर्व पर लोगों के घर की देहरी, गलियारा, बरामदे तथा बाहरी प्रागंण मिट्टी की दीये से जगमगा उठे। कहीं फूलझाड़ी तो कहीं पटाखे की आवाज से आसमान गूंजता रहा। पटाखे पर प्रतिबंध की बावजूद भी लोगों की मिट्टी के दीये जलाने के बाद काफी उत्साह देखने को मिला। इस बार की दीपावली में चाइनिज दीयों व झालरों के बहिष्कार का भी नजारा साफ-साफ देखने को मिला है। हर हिन्दुओं के घर में स्वदेशी सामानों और कुम्हारों के घर के बने दीये से ही घर को रौशन किया गया। इस मौके पर परिवार के साथ मिलकर विधिवत पूजा अर्चना के बाद लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर दीपावली की शुभकामनाएं भी देते हुए नजर आये। प्रदेश भर में हिन्दू घरों की महिलाओं ने रंगोली और अल्पनाएं सजाकर महालक्ष्मी की पूजा अर्चना कर परिवार में धन, ऐश्वर्य व सुख-संपदा की कामना की। पर्व पर शाम ढलते ही महिलाओं और बच्चों ने अपने घरों के छतों मुंडेर पर दीप जला रंगोली अल्पना बनायी। घरों को दीपों और रंगो से आकर्षक रूप देने के लिए लड़कियां सुबह से ही साज-सज्जा में लगी रहीं। पर्व पर बिजली के झालरों से बाजार घर-आंगन रौशनी से नहाये रहे। दीये, कंदील और मोमबत्तियों की मनमोहक सजावट भी अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद इस बार बाजार में मिट्टी से बनें दीयों की धूम रही है। लोगों ने इस बार चाइनीज सामानों के बजाए देश में बनी सामाग्री का ही खरीदते हुए दिखाई दिए। गौरतलब है कि दीपोत्सव को लेकर पिछले कई दिनों से बाजार में भी भारी उत्साह देखा गया। लोग बड़ी संख्या में सामान खरीदते हुए दिखाई दिए। शाम होते-होते जहाँ घर दीपकों से जगमगाने लगे वहीं बाजार भी दीपकों की रोशनी से नहा उठा। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आ रही तस्वीरों में लोग अपने परिवार के साथ दिवाली मना रहें है। घरों के आंगन में रंगबिरंगी रंगोली भी अपनी खूबसूरती बिखेरती नजर आई। कोरोना के कारण इस बार लोग घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। दोस्तों और रिश्तेदारों के बजाए परिवार के साथ ही दीपावली मना रहे हैं। मान्यता है कि दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर बनी रंगोली से मां लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामना जल्द पूरी करती हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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