उप्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार, अब 14 जनपदों में 257 गांव जलमग्न
उप्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार, अब 14 जनपदों में 257 गांव जलमग्न

उप्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार, अब 14 जनपदों में 257 गांव जलमग्न

-सरयू नदी बलिया के तुर्तीपार में खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर लखनऊ, 02 सितम्बर (हि.स.)। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल बाढ़ की ताजा स्थिति की जानकारी देते हुए बुधवार को बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 14 जनपद अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रुखाबाद, गोण्डा, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर के 569 गांव बाढ़ प्रभावित हैं, जिसमें से 257 गांव मैरुंड या जलमग्न हैं। प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है। मुख्यत: बहराइच और गोरखपुर जनपद में सुधार देखने को मिला है। कल के सापेक्ष प्रभावित गांव में 75 और मैरुंड गांव की संख्या में 43 की कमी आई है। उन्होंने बताया कि इसी तरह प्रदेश की प्रमुख नदियों की स्थिति में भी सुधार देखने को मिला है। वर्तमान में गंगा नदी बलिया में गायघाट पर अपने खतरे के निशान से 09 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इसी तरह सरयू बलिया के तुर्तीपार में खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। उन्होंने बताया कि बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 784 बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं। इसी तरह अब तक 384 बाढ़ शरणालयों की स्थापना की गई है। लेकिन, वर्तमान में दो जनपदों के 21 बाढ़ शरणालयों में वर्तमान में लगभग 1,267 व्यक्ति रह रहे हैं। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 10 टीमें, एसडीआरएफ 07 टीमें व पीएसी की 09 टीमों को मिलाकर कुल 26 टीमें तैनात की गयी हैं। 242 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़, अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। पिछले चौबीस घंटे में बाढ़ से प्रभावित 1,782 परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण किया गया है। अभी तक कुल 1,84,111 परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण किया गया है। इसी तरह प्रभावित परिवारों को बीते चौबीस घंटे में 8,030 मीटर तिरपाल को मिलाकर कुल 3,35,221 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 350 मोबाइल मेडिकल टीम लगाकर प्रभावित लोगों का उपचार किया जा रहा है। प्रदेश में 512 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं तथा 7,43,650 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,803 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/ रामानुज-hindusthansamachar.in

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