उप्र: जेवर में 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट' नाम को मंजूरी
उप्र: जेवर में 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट' नाम को मंजूरी

उप्र: जेवर में 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट' नाम को मंजूरी

'लोगो' के रूप में उप्र के राजकीय पक्षी 'सारस' का चयन -मुख्यमंत्री बोले, एयरपोर्ट की स्थापना से प्रदेश में औद्योगिक अवस्थापना का होगा संरचनात्मक विकास लखनऊ, 17 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को लेकर बैठक की। इसमें एयरपोर्ट के नाम, 'लोगो' (प्रतीक चिह्न) और डिजाइन को स्वीकृति दी गई। बैठक में जुरिक एयरपोर्ट कम्पनी ने जेवर एयरपोर्ट का प्रस्तुतीकरण किया। इसका नाम 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर' होगा। समीक्षा बैठक में एयरपोर्ट के 'लोगो' के रूप में प्रदेश के राजकीय पक्षी 'सारस' का चयन किया गया है। एयरपोर्ट की डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्व प्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार की गई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यूपी का ग्लोबल ब्रांड भी होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस समीक्षा बैठक के बाद अब एयरपोर्ट के निर्माण कार्य को और गति मिलेगी। चार फेज में बनने के लिए प्रस्तावित इस एयरपोर्ट की शुरुआती क्षमता 12 मिलियन यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग फेज में विस्तार देते हुए 2050 तक 70 मिलियन यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा। यही नहीं प्रारम्भ में यहां 2 रन-वे होंगे जिसे बढ़ाकर 5 रन-वे तक किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर की स्थापना से उत्तर प्रदेश में औद्योगिक अवस्थापना का संरचनात्मक विकास होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। विनिर्माण एवं निर्यात को प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ हवाई यातायात सुगम होगा। पर्यटन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एविएशन सेक्टर आज के समय में बहुआयामी प्रगति का माध्यम है। इससे आर्थिक विकास में भी वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के विकास में हरसंभव मदद देने की बात भी कही। बैठक में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ.अरुण वीर सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। प्रोजेक्ट के बारे में निदेशक एवं विशेष सचिव नागरिक उड्डयन, सुरेंद्र सिंह ने बताया कि विश्वस्तरीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए कंशेसनायर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने बीते 4 दिसम्बर को मास्टर प्लान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसे परीक्षण के लिए नागरिक विमानन मंत्रालय, भारत सरकार को भेजा गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना के लिए आवश्यक 1,334 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी द्वारा की गई है। साथ ही पुनर्वास और विस्थापन के लिए 48.097 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। इस स्थल पर कार्यदायी संस्था यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विकास संबंधी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। कुल 5 रन-वे में 2 रन-वे के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जबकि शेष तीन रन-वे के लिए 3,418 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/दीपक-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in