उप्र: कोरोना मरीजों के इलाज को 18 मेडिकल कॉलेजों-संस्थानों में प्लाज्मा एफ्रेसिस की सुविधा
उप्र: कोरोना मरीजों के इलाज को 18 मेडिकल कॉलेजों-संस्थानों में प्लाज्मा एफ्रेसिस की सुविधा

उप्र: कोरोना मरीजों के इलाज को 18 मेडिकल कॉलेजों-संस्थानों में प्लाज्मा एफ्रेसिस की सुविधा

लखनऊ, 16 दिसम्बर (हि.स.)। प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी की सुविधा प्रारम्भ की गई है। प्लाज्मा एफ्रेसिस सुविधा अभी तक प्रदेश के मात्र कुछ चिकित्सा संस्थानों जैसे केजीएमयू, एसजीपीजीआई एवं नोएडा मेडिकल कॉलेज इत्यादि में ही उपलब्ध थी। लेकिन,योगी सरकार के प्रयासों से अब प्रदेश के 18 मेडिकल कॉलेजों एवं संस्थानों द्वारा यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के मुताबिक प्रदेश में वर्तमान में डेंगू एवं कोविड-19 में प्लाज्माफ्रेसिस के द्वारा प्लेटलेट्स की आपूर्ति के लिए प्रदेश के कुल 13 सरकारी संस्थान पूरी तरह से सुसज्जित हैं। वर्तमान में केजीएमयू लखनऊ, जीआईएमएस ग्रेटर नोएडा, एसएसपीजी एचटीआई नोएडा, एसजीपीजीआई लखनऊ, आरएमएल इन्स्टीट्यूट लखनऊ, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, यूपीएमएस सैफई, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज, एएसएमसी मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर, राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी में एफ्रेसिस की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के पांच निजी मेडिकल कॉलेजों टीएमआरसी मुरादाबाद, एसआरएमएस बरेली, शारदा हॉस्पिटल नोएडा, मेयो मेडिकल कॉलेज आफ मेडिकल साइंसेज एवं मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भी जीवनदायिनी एफ्रेसिस की सुविधा दी जा रही है। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेज एवं संस्थानों को एफ्रेसिस प्रक्रिया हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। वर्तमान समय में प्लाजमा थेरेपी की बढ़ती मांग के कारण राज्य सरकार द्वारा एफ्रेसिस की सुविधा अन्य केंद्रों में भी प्रारम्भ की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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