उप्र : 16 जनपदों में 536 गांव बाढ़ से प्रभावित, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की 16 टीमें तैनात
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उप्र : 16 जनपदों में 536 गांव बाढ़ से प्रभावित, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की 16 टीमें तैनात

उप्र : 16 जनपदों के 536 गांव बाढ़ से प्रभावित, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और पीएसी की 16 टीमें तैनात लखनऊ, 05 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है। कही भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के प्रभावित जनपदों में सर्च आपरेशन एवं रेस्कयू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की 16 टीम में तैनात की गयी है। 2728 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़ और अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए राहत प्रबंधन के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रदेश में बनाये गए 160 बाढ़ श्ररणालय,657 बाढ़ चौकी बाढ़ आपदा से निपटने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश भर में 160 बाढ़ शरणालय बनाये गए हैं। तीन जनपदों में 36 शरणालयों में 3.954 व्यक्ति रह रहे है तथा 657 बाढ़ चौकी बनायी गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों में 536 गांव बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुर खीरी सरयू नदी, बालिया राप्ती नदी, गोरखपुर सरयू (घाघरा) नदी, एल्गिनब्रिज बाराबंकी और अयोध्या में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ पीड़ित परिवार को वितरण किया जा रहा खाद्यान्न किट श्री गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट वितरण किया जा रहा है। इस किट में दस-दस किलो आटा, चावल, आलू, पांच किलो लाई,दो किलो भूना चना,दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, 250- 250 ग्राम हल्दी,धनिया, मिर्च,पांच लीटर केरोसीन, एक पैकेट मोमबत्ती, एक पैकेट माचिस, दस पैकेट बिस्कुट,एक लीटर रिफाइंड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन दो नहाने के साबून शामिल है। इसके अलावा 86.209 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। 223 मेडिकल की टीमें लगी हुई है। जिलाधिकारी को दिए गए निर्देश राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त जिलों के जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए है कि नदियों के जलस्तर के सतत निगरानी रखी जाये। साथ ही गांवों में नदियों का पानी भरने से पहले मुनादी कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों व बाढ़ शरणालयों में ले जाया जाये। बाढ़ शरणलायों में कोरोना संक्रमण की दृष्टिगत समुचित दो गज शारीरिक दूरी का पालन किया जाये। अच्छा भोजन अदि जरुरत के सामानों की व्यवस्था की जाये। बोले राहत आयुक्त आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। किसी को भी बाढ़ या आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नम्बर 1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/राजेश-hindusthansamachar.in

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