इटावा: बरसात में बेघर हुए ग्रामीण, तीन दिनों से खाना पानी को मोहताज

इटावा: बरसात में बेघर हुए ग्रामीण, तीन दिनों से खाना पानी को मोहताज
इटावा: बरसात में बेघर हुए ग्रामीण, तीन दिनों से खाना पानी को मोहताज

इटावा,11जुलाई(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में स्थित एशिया के प्रथम ब्लॉक महेवा के अहेरीपुर गांव में हुई बरसात ने ऐसा कहर ढाया है कि एक सैकड़ा से अधिक परिवार बेघर हो गए है मूसलाधार बरसात की बजह से बेघर हुए लोग मजबूरीवश सब्जीमंडी और सरकारी स्कूल में रह रहे है। बेघर हुए ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक हम लोगो की किसी प्रशासनिक अधिकारी ने सुध नही ली है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने जब अपनी पीड़ा ग्राम प्रधान को बताई तो उन्होंने यह कहते हुए साफ इंकार कर दिया कि हम कुछ नही कर सकते है आप लोग अपनी शिकायत ऊपर करिए मजबूरीवश तीन दिन से बिना खाये पिये एक सैकड़ा परिवार सरकारी जर्जर छतों के नीचे रहने को मजबूर है। ग्रामीण चरण सिंह ने बताया कि तेज मूसलाधार बारिश में उनके कच्चे मकान ढहकर बह गए है। जिससे हम सभी ग्रामीण बेघर हो गए है मजबूरीवश हम लोग सब्जी मंडी और सरकारी स्कूल में रह रहे है उन्होंने बताया कि आज हम लोगो को तीन दिन बीत चुके है लेकिन हम लोगो की सुध लेने के लिए कोई भी नही आया है हम लोगो ने अपनी पीड़ा ग्राम प्रधान के सचिव को बताई तो उन्होंने और ग्राम प्रधान ने कहा है कि हम लोग कोई मदद नही कर सकते है आप लोग अपनी शिकायत ऊपर के अधिकारियों से करे उन्होंने बताया कि हम लोग पिछले तीन दिनों से खाली पेट रह रहे है। ग्रामीण महिला किरण देवी ने बताया कि वह अपने पूरे परिवार के साथ सब्जी मंडी में रहने को मजबूर है उनके घर मे भी पानी भरा हुआ हुआ है बरसात में दीवार गिरने के भय से वह घर मे नही जा रही है। वही अरविंद,मुन्नी बेगम, शाहिदा बेगम, राजेश्वरी,वेद कुमार ने बताया कि उनकी झोपड़ी में पानी भरा हुआ है इस वजह से वह लोग खुले में रहने को मजबूर है तीन दिनों से अभी तक उन्हें कोई देखने तक नही आया है। ग्रामीण रामकिशन ने बताया कि आज पानी थोड़ा कम हुआ है पिछले दो दिनों से मंडी रोड पर चार फुट से अधिक पानी भरा हुआ था जिस वजह से कोई वाहन भी नही निकल पा रहा था। अहेरीपुर निवासी प्रवीण तिवारी ने बताया कि यह समस्या बहुत पुरानी है लेकिन प्रशासन इसे गम्भीरता से नही लेता है सचिव और ग्राम प्रधान उस मुहल्ले में ही नही जाना चाहते है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बबलू का कहना है कि मैने तहसीलदार साहब को फोन के द्वारा समस्या के बारे में बताया है तो उन्होंने कहा कि एक प्रार्थना पत्र दिलवा दो हम देख लेंगे जब पंचायत सचिव रामेंद्र सिंह से बात की तो वह बोले कि हम आ रहे है फिर देखते है तो उनसे पूछा कि तीन दिन बीत चुके है जिसका वह कोई जबाब नही दे पाए। उपजिलाधिकारी भर्थना इंद्रजीत सिंह ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है और एडीओ पंचायत श्याम बरन राजपूत से कह दिया गया है। वो मौके पर जाकर समस्या का समाधान करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/मोहित-hindusthansamachar.in

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