आरटीआई से खुलासा : लॉकडाउन के दौरान देश में हाथियों का शिकार अधिक बढ़ा
आरटीआई से खुलासा : लॉकडाउन के दौरान देश में हाथियों का शिकार अधिक बढ़ा

आरटीआई से खुलासा : लॉकडाउन के दौरान देश में हाथियों का शिकार अधिक बढ़ा

नोएडा, 23 जुलाई (हि.स.)। कुछ दिन पहले केरल में एक गर्भवती हथनी की दर्दनाक मृत्यु के बाद पूरे देश में उस अमानवीय व्यवहार के प्रति लोगों का गुस्सा फूटा था। लेकिन उससे भी दुखद बात एक आरटीआई से पता चली है कि मार्च से अब तक के लॉकडाउन के दौरान हाथियों के शिकार में वृद्धि हुई है। आरटीआई कार्यकर्ता रंजन तोमर द्वारा फाइल आरटीआई से यह जानकारी मिली है। रंजन तोमर को वन्यजीव अपराध नियन्त्रण ब्यूरो द्वारा दिए गए उत्तर के अनुसार इस वर्ष देश में अबतक 11 हाथियों का शिकार किया गया है। इनमें सबसे पहले फरवरी में उत्तर प्रदेश में एक हाथी का शिकार किया गया , उसी दिन गोवा में भी एक हाथी को मार दिया गया। अर्थात लॉकडाउन से पहले तीन माह में मात्र 2 हाथियों का शिकार हुआ। लॉकडाउन घोषित होने के बाद मार्च से अब तक नौ हाथियों को जान से मार दिया गया है। जिसमें सबसे ज़्यादा चार हाथी ओडिशा में मारे गए जिनमें से तीन तो आठ दिन के अंतराल में ही शिकार किये गए। इसके बाद छत्तीसगढ़ में तीन हाथियों का शिकार हुआ, जिनमें से दो को तो एक ही दिन 9 जून 2020 को ही मार दिया गया, और एक को दो दिन बाद 11 जून को मौत के घाट उतार दिया गया। देश भर को झकझोर देने वाले केरल की हथिनी 27 मई को मुंह में वविस्फोटक रख बड़ी क्रूरता से मारा गया जबकि उसके कुछ ही दिन बाद एक हाथी का शिकार मेघालय में 12 जून को किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/आदित्य-hindusthansamachar.in

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