अयोध्या : सीबीआई कोर्ट में बाबरी विध्वंस के फैसले से संतों में खुशी का माहौल
अयोध्या : सीबीआई कोर्ट में बाबरी विध्वंस के फैसले से संतों में खुशी का माहौल

अयोध्या : सीबीआई कोर्ट में बाबरी विध्वंस के फैसले से संतों में खुशी का माहौल

अयोध्या, 30 सितम्बर (हि.स.) । श्री राम जन्मभूमि मंदिर के बाद बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई कोर्ट के फैसले पर बुधवार को रामनगरी में खुशी का माहौल है। संत धर्माचार्य इस फैसले से खुश होकर जय श्रीराम के नारे लगा कर एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। यह नजारा 10 महीने बाद फिर देखने को मिला है। अयोध्या विवाद मामले पर लगातार आ रहे फैसले से अब अयोध्या के लोग काफी प्रसन्न हैं। पिछले साल 9 नवम्बर को राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद 30 सितम्बर को बाबरी विध्वंस मामले में भी सभी आरोपियों को बरी करने का फैसला अयोध्या के लिए बहुत ही बड़ा दिन हैं। सुबह से ही अयोध्या के साधु संत कोर्ट के फैसले के इंतजार में रहे और फैसला आते ही मठ मंदिरों में घंटा घरयाली के बीच जयकारे गूंजने लगे। अयोध्या के हनुमानगढ़ी, तपस्वी छावनी, मणिराम दास छावनी, राम वल्लभा कुंज, दशरथ महल, रंग महल सहित दर्जनों मंदिरों में संतो ने उल्लास मनाते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाई और बधाई दी। हनुमत लला की पीठ हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने बताया कि आज अयोध्या में उत्साह है। 500 वर्षों की बात राम मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है, तो वहीं अब 28 वर्षों से चल रहे बाबरी विध्वंस मामले में बनाए गए। सभी आरोपियों को सीबीआई की अदालत ने बरी कर दिया है। यह फैसला अयोध्या के लिए ऐतिहासिक है और इस फैसले में संविधान की जीत हुई है। कहा कि एक विदेशी आक्रांता के द्वारा मंदिर को ध्वस्त करके उसे मस्जिद का आकार दिया गया था उसके नीचे भगवान रामलला विराजमान थे लाखों राम भक्तों का या इच्छा नहीं थी कि उस ढांचे को गिराया जाए। लेकिन लाखों राम भक्त इस बात को स्वीकार न करते हुए उस ढांचे को ही गिरा दिया आज सीबीआई की अदालत ने यह साफ कर दिया कि आप कोई सोची समझी साजिश नहीं थी। इसलिए सभी को बधाई और साधुवाद। रामघाट तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता प्रशस्त हो गया है।अब मथुरा और काशी और तेजूमहालय जैसी सांस्कृतिक विरासत को उसके सही स्वरूप में स्थापित करने का भी रास्ता साफ हो जाना चाहिए। विदेशी आक्रांता के जो भी कलंक है वो हटने चाहिए। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया 9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही सब हो स्पष्ट गया था। बाबरी विध्वंस केस के सभी आरोपी कोर्ट का फैसला स्वीकार करने के लिए तैयार थे। सुरक्षा के सख्त इंतजाम ,चौराहों पर तैनात पुलिस फोर्स निर्णय के आने से पहले ही अयोध्या को सख्त सुरक्षा व्यवस्था किया गया है। अयोध्या में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और उनके सामानों को भी चेक कर रही है। सभी मठ मंदिरों के आसपास पुलिस फोर्स के साथ पीएसी भी तैनात की गई। हिन्दुस्थान समाचार/ पवन/ रामानुज-hindusthansamachar.in

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