अनलॉक-4 में सम्मेलन की छूट, लेकिन कोचिंग पर प्रतिबंध पर भड़के कोचिंग संचालक
अनलॉक-4 में सम्मेलन की छूट, लेकिन कोचिंग पर प्रतिबंध पर भड़के कोचिंग संचालक

अनलॉक-4 में सम्मेलन की छूट, लेकिन कोचिंग पर प्रतिबंध पर भड़के कोचिंग संचालक

मेरठ, 02 सितम्बर (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान पिछले कई महीनों से बंद कोचिंग संस्थान संचालकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को कोचिंग संचालकों ने कमिश्नरी पर प्रदर्शन करते हुए कोचिंग ना खोले जाने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है। मेरठ के कई कोचिंग संचालक बुधवार को जुलूस के रूप में कमिश्नरी चैराहे पर पहुंचे। नेहवाल ग्रुप ऑफ एजुकेशन के संचालक नवनीत नेहवाल ने अनलॉक-4 में सरकार के सम्मेलनों में 100 लोगों को बुलाने की अनुमति देने पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सम्मेलन में 100 लोग सम्मिलित हो सकते हैं तो फिर कोचिंग संचालकों को कोचिंग खोलने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही? कोचिंग संचालकों ने आरोप लगाया कि कोचिंग पर प्रतिबंध लगाकर सरकार ने छात्रों और शिक्षकों को खुदकुशी पर मजबूर कर दिया है। कई प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के बावजूद परीक्षार्थी नौकरी ज्वाइन नहीं कर पा रहे हैं। कोचिंग संचालकों ने कोचिंग खोले जाने और प्रतियोगी परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित करने की मांग करते हुए चार सितंबर से कमिश्नरी पर धरने की चेतावनी दी। इसी के साथ अगले दिन से आमरण अनशन और इसके दो दिन बाद दिल्ली के जंतर-मंतर तक पैदल मार्च निकालने की चेतावनी दी है। इस मौके पर राहुल, संजय, सचिन कुमार, विनित कुमार आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/ कुलदीप/ रामानुज-hindusthansamachar.in

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