अधिकतम लोगों तक पहुंचने की सामर्थ्य दूरस्थ शिक्षा में : कुलपति
अधिकतम लोगों तक पहुंचने की सामर्थ्य दूरस्थ शिक्षा में : कुलपति

अधिकतम लोगों तक पहुंचने की सामर्थ्य दूरस्थ शिक्षा में : कुलपति

कानपुर क्षेत्रीय केंद्र के समन्वयकों की ऑनलाइन कार्यशाला प्रयागराज, 10 अगस्त (हि.स.)। लचीलेपन एवं तर्क अभिगम्यता के चलते दूरस्थ शिक्षा की लोकप्रियता बढ़ रही है। साथ ही न्यूनतम लागत पर अधिकतम लोगों तक पहुंचने की सामर्थ्य दूरस्थ शिक्षा में है। ऐसे समय में जहां शैक्षणिक संस्थाएं बंद पड़ी हैं, मुक्त विश्वविद्यालय में नामांकन जारी है एवं सुरक्षात्मक कारणों से अभिभावक एवं छात्र दूरस्थ शिक्षा को अपना रहे हैं। यह विचार उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने सोमवार को क्षेत्रीय केंद्र कानपुर के अंतर्गत आने वाले अध्ययन केंद्र समन्वयकों की ऑनलाइन कार्यशाला में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों एवं अध्ययन केंद्रों के बीच बेहतर संवाद एवं संविमर्श स्थापित करने के लिए इस सत्र में पहले वर्चुअल एवं बाद में स्थिति सामान्य होने पर वास्तविक रूप में अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिससे सभी शिक्षार्थी दूरस्थ शिक्षा की व्यवस्था से सुपरिचित हो सकें। मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि क्षेत्रीय केंद्र समन्वयकों की कार्यशाला में ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे अध्ययन केंद्रों के प्राचार्यों, समन्वयकों एवं कुलपति प्रो.कामेश्वर नाथ सिंह का स्वागत क्षेत्रीय केंद्र कानपुर की समन्वयक डॉ. शुचिता चतुर्वेदी ने किया। कानपुर क्षेत्रीय केंद्र के प्रभारी निदेशक प्रो. पी.के पांडेय ने कार्यशाला के बारे में जानकारी दी। संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ. गिरीश कुमार द्विवेदी ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त /उपेन्द्र-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in