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पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लखनऊ लाये गये चार शावकों के नाम के लिए प्राणि उद्यान ने मांगे सुझाव

- चारों शावक अभी भी डरे-सहमे, 72 घंटे की सघन निगरानी में लखनऊ, 26 मार्च (हि.स.)। पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लाये गये चार शावकों के नामों के लिए लखनऊ प्राणि उद्यान प्रशासन ने आम जनता से सुझाव मांगे हैं। इनमें दो नर व दो मादा शावक हैं। ई मेल के जरिए लोगों द्वारा भेजे गये नामों पर विचार करने के बाद प्राणि उद्यान प्रशासन इनका नामकरण करेगा। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ के निदेशक आरके सिंह ने शुक्रवार को बताया कि बाघ के इन चारों शावकों के नाम रखे जाने हैं। इसलिए इनके नाम के लिए लोग अपने-आपने सुझाव प्राणि उद्यान, लखनऊ की ई-मेल lucknowzoo@gmail.com पर भेज सकते हैं। बाघ के इन चार शावकों को पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीम गुरुवार को लखनऊ प्राणि उद्यान लेकर पहुंची। इन शावकों को चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। निदेशक सिंह ने बताया कि इनको अभी 72 घंटे की सघन निगरानी में रखा गया है। यह चारों शावक अभी भी डरे तथा सहमे से हैं। यह चारों एक ही साथ बैठते हैं। आज प्रातः शावकों ने थोड़ा भोजन खाया तथा पानी पीया। पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज में बीते दिनों चार बाघ शावकों के पगचिह्न देखे गए थे। पगचिह्न छोटे होने व साथ में बाघिन के पगचिह्न न होने से अंदाजा लगाया गया कि यह शावक अपनी मां से बिछड़ गए हैं। ऐसे में एक साथ चार शावकों की जान बचाने के लिए इनकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया यानी डब्ल्यूटीआइ, वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के साथ वन्य जीव विशेषज्ञ, दो एसडीओ की टीम फील्ड डायरेक्टर व डिप्टी डायरेक्टर के नेतृत्व में लगी रही। एक सप्ताह से लोकलाइज करने के लिए चल रहे अभियान में मंगलवार शाम को सफलता मिली। लोकेशन का पता चलने के बाद बुधवार को वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. दक्ष गंगवार के नेतृत्व में चारों शावकों को सफलता पूर्वक पकड़ने के बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें वह सकुशल पाए गए। इसके बाद इन्हें लखनऊ प्रााणि उद्यान भेज दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/संजय

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