राज्यपाल के अभिभाषण पर योगी मुख्यमंत्री ने सदन में झूठे तथ्य किए पेश - अजय कुमार लल्लू

yogi-chief-minister-presented-false-facts-in-the-house-on-the-governor39s-address---ajay-kumar-lallu
yogi-chief-minister-presented-false-facts-in-the-house-on-the-governor39s-address---ajay-kumar-lallu

- कहा, भ्रष्टाचार और विफलाओं पर पर्दा डालने का किया प्रयास लखनऊ, 24 फरवरी (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए जिन तथ्यों का सहारा लिया, वह सब झूठ का पुलिन्दा, सदन को गुमराह करने वाला तथा सत्य से परे है। उन्होंने कहा कि पीपीई किट घोटाले होने के साथ कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों के साथ उप्र में हुए दुर्व्यवहार किया गया। उन्हें सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। आज जिस बेशर्मी के साथ झूठे तथ्यों के साथ आत्मप्रशंसात्मक जवाब दिया गया है, वह लाखों लोगों की पीड़ा का मजाक उड़ाना है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से योगी सरकार पूरी तरह भयभीत है क्योंकि वह जिस दृढ़ता के साथ जनता से संवाद कर रही हैं और जनसरोकारों से अपने आपको जोड़ रही हैं, उससे सरकार की बौखलाहट आज सदन में दिखाई पड़ी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में झूठे तथ्यों को पेश किया जो उन्होंने कहा ही नहीं। यह मुख्यमंत्री की हताशा का परिचायक है। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गेहूं, धान, मक्का की खरीद के बारे में सदन में जो तथ्य बढ़ाचढ़ाकर प्रस्तुत किये गये हैं वह सत्य से बिल्कुल परे हैं। किसानों को औने-पौने दामों पर अपनी उपज को बेचने के लिए विवश होना पड़ा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था और सिलसिलेवार घटनाओं उदाहरण स्वरूप हाथरस, मिर्जापुर, शाहजहांपुर, उन्नाव आदि के बारे में जो तथ्य मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की आत्मप्रशंसा में सदन में रखे वह पूरी तरीके से गलत है और इन घटनाओं को झुठलाने का प्रयास है। मीडिया और कांग्रेस के दबाव के चलते तमाम घटनाओं हाथरस, उन्नाव, मिर्जापुर, शाहजहांपुर आदि में पीड़ित को न्याय मिलने में मदद हो सकी। महिला सुरक्षा के बारे में सरकार के पहले शुरू किये गये एंटी रोमियो, मिशन शक्ति का कोई प्रभाव नहीं दिखाई पड़ा। अजय लल्लू ने कहा कि बुन्देलखण्ड में उन्होंने सिंचाई की समस्या और पेयजल की समस्या के निस्तारण के लिए समयबद्ध सीमा बताये जाने की मांग की और आत्महत्या पर सवाल उठाया। इस पर सरकार की किसान विरोधी नीतियों, कर्ज के बोझ से दबे होने के चलते की गयी आत्महत्या को जिस बेशर्मी के साथ सरकार ने नकारा वह अन्नदाता और बुन्देलखण्ड की जनता का अपमान है। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने पूरे जवाब में या तो झूठी आत्मप्रशंसा करते रहे या अपने जवाब का अधिकतम हिस्सा उन्होंने विपक्ष पर मिथ्या आरोप लगाने और अपमानित करने में लगाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 65 प्रतिशत लोग एक वर्ष से अपने बच्चों की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं। वहीं 3.60 लाख वित्तविहीन शिक्षक वर्षों से वेतन नहीं पा रहे हैं या आधे में गुजारा कर रहे हैं। इसके साथ ही 400 रुपये प्रति कुन्तल गन्ना खरीदने का वादा करके सत्ता में आयी भाजपा ने अपने अंतिम कार्यकाल तक गन्ने के मूल्य में एक रुपये बढ़ोत्तरी नहीं की, 15 दिन में बकाये भुगतान का वादा करने के बाद भी ऐसा नहीं हुआ। वहीं, 15 हजार करोड़ रुपये से ऊपर का बकाया भुगतान भी नहीं हुआ है। न करने और तमाम लम्बी-लम्बी घोषणाओं के बाद भी घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद न होना यह भाजपा की भयंकर वादाखिलाफी की श्रेणी में आता है। बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां चली गयी हैं, रोजगार-धन्धे चौपट हो गये हैं। भीषण महंगाई, डीजल, पेट्रोल के बढ़ते दामों और रसोईगैस न खरीद पाने मजबूर जनता के लिए इस अभिभाषण में कोई भी सकारात्मक संदेश नहीं दिखाई पड़ा। हिन्दुस्थान समाचार/संजय

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in