कोल्ड डायरिया की चपेट में आकर महिला की मौत
बांदा, 30 दिसम्बर (हि.स.) सर्दी के मौसम में कोल्ड डायरिया ने भी दस्तक दे दी है। खास बात कि इस बार हालात ज्यादा खतरनाक हैैं। वजह, इस बार इन दोनों बीमारियों के साथ कोरोना संक्रमण का भी सामना मरीजों को करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में कोल्ड डायरिया की चपेट में आई महिला की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। ठंड की शुरुआत होते ही कोल्ड डायरिया के साथ अन्य मौसमी बीमारियों ने अपने पांव पसारना शुरू कर दिए। मौसम के तापमान में गिरावट आने से लोग कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। साथ ही खांसी व जुकाम के रोगियों में भी इजाफा हो रहा है। शहर के सरकारी अस्पताल के अलावा निजी क्लीनिकों व नर्सिंग होम्स में भी ऐसे रोगियों की भरमार हो रही है। दिन में धूप और सुबह, शाम व रात में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे सर्दी लगने से फैलने वाली बीमारियां पैर पसारने लगी हैं। ताजी घटना में बबेरू कस्बा निवासी उर्मिला (52) पत्नी राम कुमार को कई दिनों से बुखार के साथ ही उल्टी-दस्त की चपेट में आ गई। परिजनों ने कस्बा स्थित अस्पताल में उपचार कराया। मंगलवार को शाम अचानक घर पर उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बुधवार को जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलने पर परिजन शव लेकर घर चले गए। उधर, जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. हृदेश पटेल ने बताया कि सर्दी के मौसम में कोल्ड डायरिया के साथ निमोनिया के मरीज को संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इसकी वजह है कि दोनों बीमारियों में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इलाज में देरी से कोल्ड डायरिया और निमोनिया से मौत भी हो जाती है। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in