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मुख्य स्थाई अधिवक्ता विकास चंद्र त्रिपाठी के निधन पर शोक की लहर

प्रयागराज, 12 अप्रैल (हि.स.)। भाजयुमो की लंबी राजनैतिक यात्रा में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक रहे मुख्य स्थाई अधिवक्ता विकास चंद्र त्रिपाठी पूर्व राज्यपाल पं. केशरी नाथ त्रिपाठी के भतीजे होने के साथ उनके जूनियर भी रहे। जो अत्यंत सरल और मृदुभाषी होने के साथ अधिवक्ताओं और आम लोगों में अति लोकप्रिय रहे उनके निधन से अधिवक्ता और भाजपा परिवार अत्यंत मर्माहत है। भाजपा विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक देवेन्द्र नाथ मिश्र के मुताबिक विगत दो सप्ताह से अस्वस्थ होने के कारण स्वरुपरानी अस्पताल में भर्ती हुए। कोरोना पाजिटिव के बाद निगेटिव आया तो घर आ गए। फिर तकलीफ रही तो स्थानीय प्राइवेट अस्पताल में दिखने के बाद लखनऊ में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। परिजन उनका पार्थिव शरीर लेकर लखनऊ से 11 बजे फाफामऊ घाट आए जहां अंतिम संस्कार हुआ। उपस्थित लोगों ने भरे मन से अंतिम विदाई दी। श्री मिश्र के मुताबिक, स्व. काशी नाथ त्रिपाठी के चार पुत्रों में विकास सबसे बड़े थे। दो वर्ष पूर्व एक भाई की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, उनसे छोटे नवल और नवनीत दो भाई हैं। वह अपने पीछे पत्नी चार पुत्रियां एवं एक पुत्र छोड़ गए हैं। शोक व्यक्त करने वालों में पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी, पूर्व केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला, विधायक नीलम करवरिया, शशि प्रकाश सिंह एवं ज्ञान प्रकाश एएसजीआई भारत सरकार शिव कुमार पाल, शासकीय अधिवक्ता प्रभाशंकर पाण्डे, नरेंद्र देव पाण्डे, राघवेंद्र मिश्र, रणजीत सिंह, विभूति नारायण सिंह, डॉ. एलएस ओझा, सुनील जैन, जयवर्धन त्रिपाठी, प्राणेश त्रिपाठी, विजय शंकर मिश्र, अमित जौनपुरी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

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