इटावा, 11 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी सत्य के सयोजक शेर सिंह राणा का दावा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओर भारतीय जनता पार्टी 130 करोड़ भारतवासियों को बहुत बड़ा धोखा दे रहे हैं। यह बात गुरुवार को इटावा में अपने संगठन का प्रचार-प्रसार करने के आये शेर सिंह राणा ने पत्रकार वार्ता कर कही। उन्होंने बताया कि उनका दल प्रदर्शनकारी किसानों के पक्ष में खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों को खुश करने के लिए उनकी गोद में बैठकर किसानों के खिलाफ कृषि कानून बनाये हैं, तभी बड़ी तादात में किसान विरोध में अंदोलनरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा और मोदी की जनविरोधी नीतियों के कारण ही उनके सहयोगी दल उनका साथ छोड़कर गठबंधन से बाहर जा रहे है। कभी चंबल घाटी की नामी दस्यु सुंदरी रही सपा सांसद फूलनदेवी हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेर सिंह राणा अपनी राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी सत्य के नाम से राजनैतिक दल बनाकर आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर अपनी किस्मत को आजमाने की कोशिश में जुटे हुए है। उन्होंने अपनी पार्टी के जरिये प्रदेश के 403 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई छोटे बड़े राजनैतिक दलों से गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है यदि किस राजनैतिक दल से बात नहीं बनती है तो वह खुद अपने दल के जरिये यूपी की सीटो पर चुनाव लड़ेंगे। राणा ने कहा कि प्रदेश में दलितों मुस्लिमों और राजपूतों की दम पर उनकी सरकार बनेगी। सरकार बनने पर ओबीसी में यादव और दलितों में जाटव बिरादरी को दस साल के लिए आरक्षण से बाहर कर दिया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी ने अडानी-अम्बानी जैसे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कृषि कानून बनाया है यह कानून देश के किसानों और देश की 130 करोड़ जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है। कानून के विरोध में बैठे किसान संगठनों के साथ वह मजबूती से खड़े हुए है। उन्होंने कहा कि इस कानून की वजह से देश के कई घटक दल बीजेपी का साथ छोड़कर जा चुके है और आगामी चुनाव में जनता इन्हें छोड़ देगी। राणा ने कहा कि उन्होंने अपने राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी सत्य के जरिये हरियाणा और बिहार में चुनाव लड़ा जहॉ पर जनता ने उनके दल को समर्थन भी किया। इसी क्रम में अब वह अपने दल के माध्यम से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यूपी में 403 सीट और उत्तराखंड में 70 सीटो पर अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारेंगे और अपने घोषणापत्र के जरिये यूपी में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई छोटे बड़े दलों से उनकी बात चल रही है जिनके साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की संभावना है यदि की दल से उनकी बात नहीं बनती है तो वह खुद अपने दल के जरिये यूपी और उत्तराखंड में चुनाव लड़ेंगे और अपनी सरकार बनाएंगे। उन्होंने सपा प्रमुख मुलायम सिंह और बसपा प्रमुख मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं ने अपनी सरकार आने पर जाति विशेष के लोगो को लाभ पहुंचाया है जिससे अन्य वर्ग के लोग लाभ से वंचित रहे गए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार बनने पर वह ओबीसी से यादव और दलितों में जाटव बिरादरी को आरक्षण की सूची से दस वर्ष के लिए बाहर कर देंगे। राणा ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी ने अडानी और अम्बानी जैसे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए उनकी गोद में बैठकर कृषि संसोधन कानून बनाया है और देश के किसान और देश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और वह किसानां के विरोध का समर्थन करते है। बताते चलें कि, दुनिया भर में सामूहिक नरंसहार के लिए बहुचर्चित बेहमई हत्याकांड की आरोपी दस्यु सुंदरी फूलनदेवी की हत्या के बाद शेर सिंह राणा पूरे देश मे चर्चा के विषय बने हुए थे जिसके बाद वह दूसरी बार जब चर्चा में आये थे जब वह अपनी जान हथेली पर रखकर अफगानिस्तान के कंधार से हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां भारत लेकर आये थे। फूलनदेवी हत्याकांड की सजा काट चुके शेर सिंह राणा अब राजनीति में आकर देश मे नया बदलाव लाना चाहते है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित-hindusthansamachar.in