when-there-would-be-no-devotees-then-god-would-have-said-then-i-would-have-said-the-solution-to-my-problem
when-there-would-be-no-devotees-then-god-would-have-said-then-i-would-have-said-the-solution-to-my-problem

जब भक्त नही होंगे तो भगवान कहा होगा, फिर मेरी समस्या का समाधान कहा होगा

- भजनों पर भावविभोर होकर झूमे भक्त,मां काली का किया गया विशेष श्रृंगार झांसी,17 फरवरी (हि.स.)। गाय, माता, पिता व संतों की सेवा करने व आशीर्वाद लेने से आयु में विद्ध होती है और सुख समृद्धि आती है। इनका आशीर्वाद व मंदिर, सत्संग तथा धार्मिक अनुश्ठान में लिया हुआ प्रसाद हमेशा फलदायी होता है। यह अमृत वचन लक्ष्मी गेट बाहर स्थित श्री महाकाली विद्यापीठ प्रांगण में चल रही श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के छठे दिन कथा व्यास संत आचार्य श्री तारा तेजस्व शर्मा ने अपने प्रवचन में कहे। उन्होंने प्रसाद के प्रत्येक अक्षर का अर्थ बताते हुये बताया कि प्र से प्रभु, सा से साक्षात, द से दर्शन यानि प्रभु का साक्षात दर्शन। उन्होंने आगे अपने प्रवचन में भक्त व भगवान की महिमा के बारे में बताते हुये भजन सुनाया कि ‘‘जब भक्त नही होंगे तो भगवान कहा होगा, फिर मेरी समस्या का समाधान कहा होगा‘‘। उन्होंने आगे कहा कि देवों के देव महादेव सिर्फ जल व बेल पत्र चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं, वे भोले भंडारी हैं। छठे दिन पार्वती जन्म, शिव विवाह उत्सव का प्रसंग सुनाया गया और महिलाओं ने नृत्य करके अपनी खुशी का इजहार किया। दुर्गा मां की आरती की गई। आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य पंडित पीयूष रावत ने सभी का आभार जताया। इस दौरान मुख्य संचालिका गुरु माता अनामिका शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, पं अरविंद वशिष्ठ वरिष्ठ नेता कांग्रेस, राहुल गुप्ता, विजय त्रिवेदी, गोपाल, ऋषिका, आकाश पांडेय, रामकुमार, रोहित, विकास, वेदू, रामसिंह, अक्षत त्रिवेदी, अमित रावत, भूपेंद्र रायकवार आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in