विंध्याचल : चैत्र नवरात्र में चलेंगी रोडवेज की 160 बसें
- 40 प्रयागराज और 60-60 बसें मीरजापुर व बनारस की होंगी - प्रत्येक 15 मिनट पर यात्रियों को मिलेंगी हर डिपो से बस मीरजापुर, 04 अप्रैल (हि.स.)। चैत्र नवरात्र में इस बार 160 बसें चलाई जाएंगी, जो पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष 40 बसें अधिक होंगी। यात्रियों को अपने मंजिल तक जाने के लिए अधिक देर तक बसों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्रत्येक पंद्रह मिनट पर उनको बस मिलेगी। ये बसें 12 अप्रैल से चलने लगेंगी जो नवरात्र की समाप्ति के एक दिन बाद 22 अप्रैल तक चलेंगी। ट्रेनों का संचालन इस बार कम होने के कारण परिवहन निगम चैत्र नवरात्र में मोर्चा संभालेगा। निगम ने नवरात्र के दौरान यात्रियों को सफर करने के लिए किसी प्रकार की परेशानी न हो इसको देखते हुए उनको विशेष सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। हालांकि कोरोना काल के चलते इस बार नवरात्र के दौरान यात्रियों की भीड़ कम रहने की संभावना है। फिर भी निगम की ओर से तैयारी पूरी रखी गई है। निगम डिपो की 60 बसें चलाने के अलावा वाराणसी की 60 व प्रयागराज की 40 बसों को भी चलवाने के लिए मंगवाया है। परिवहन निगम का कहना हैं कि कोरोना के चलते यात्रियों को ट्रेनों में टिकट कम मिल रहे हैं। इसके चलते वे बस का ही सहारा लेंगे या फिर अपने निजी साधन से मां का दर्शन करने आएंगे, लेकिन सुविधा जनक व कम खर्च में सबसे अच्छी सेवा उनके लिए रोडवेज की ही होगी। इसको देखते हुए इस बार अधिक बसों को चलाने का निर्णय लिया गया है, जिससे किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। साथ ही दूर दराज से यात्री आसानी से आ जा सके। इसके साथ ही कोरोना काल में यात्रियों के शारीरिक दूरी का पालन होता रहे। परिवहन निगम मीरजापुर के एआरएम हरिशंकर पांडेय ने कहा कि नवरात्र के दौरान कोरोना काल में भीड़ आने की संभावना कम है, लेकिन ट्रेन कम चलने के कारण बस को अधिक चलाया जा रहा है। ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ी। प्रत्येक चक्कर के बाद बस होगी सैनिटाइज नवरात्र के दौरान प्रत्येक बस आने और जाने से पहले सैनिटाइज की जाएगी। साथ ही यात्रियों का मॉस्क भी पहनना अनिवार्य रहेगा। ऐसा नहीं करने पर पुलिस उनका चालान करेगी। सबसे अधिक बस विंध्याचल डिपो से चलेगी। इसके बाद मीरजापुर डिपो से चलाई जाएगी। परिवहन निगम की माने तो इस वर्ष भी कोरोना काल चल रहा है फिर भी लाखों यात्रियों के आने का अनुमान है। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर