वाराणसी : सावन के पहले दिन झूम के बरसे बादल, चहुंओर जलभराव
-गंगा के जलस्तर में बढ़ाव से वरूणा नदी भी उफनाई, लहरें पहुंची वरूणा कॉरिडोर मार्ग पर वाराणसी, 06 जुलाई (हि.स.)। सावन माह के पहले दिन सोमवार अपरान्ह बादल झूम कर बरसे। 20-25 मिनट गरज चमक के साथ हुई जोरदार बारिश से शहर के कई हिस्सों के मुख्य सड़कों और गलियों में जलजमाव हो गया। अंधरापुल, सिगरा आइपी माल, पिशाचमोचन के समीप, नई सड़क, गोदौलिया, मैदागिन आदि क्षेत्र में जलभराव से दो पहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जोरदार बारिश से ग्रामीण अंचल में किसान काफी खुश दिखे। सुबह से ही धूपछांव उमस के बाद दोपहर में आसमान में बादलों ने डेरा डाल दिया। अपरान्ह एक बजे के बाद रूक-रूक कर रिमझिम तो कभी तेज बरसात के बाद लगभग 20 मिनट तक जोरदार बरसात हुई। शहर के कई इलाकों के लिए बारिश का पानी मुसीबत बन गया। नालों और सीवर के चोक होने से बारिश का पानी उफान मारकर गलियों में बहने लगा। नाले और तेज बारिश का पानी गलियों से होकर कई घरों में भी घुस गया। गलियों में पानी भरा होने से लोगों को काफी मुश्किलें हुईं। उधर, बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शाम पांच बजे वाराणसी का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आद्रता 86 फीसदी रही। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में हो रही बारिश से गंगा और वरूणा नदी का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। गंगा में बढ़ाव से घाट किनारे रहने वाले भी सतर्क हो गये है। गंगा का जलस्तर 60.72 मीटर से कुछ अधिक हो गया है। गंगा में बढ़ाव से वरुणा नदी में पानी कारिडोर मार्ग पर पहुंच गया है। कई जगहों पर वरूणा कारिडोर मार्ग पर पानी बहने भी लगा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर मानसून की द्रोणिका बनी हुई है। साथ ही हवा में नमी भी है। इसके कारण आठ जुलाई तक कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in