वाराणसी: पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश से गंगा में बढ़ाव
वाराणसी: पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश से गंगा में बढ़ाव

वाराणसी: पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश से गंगा में बढ़ाव

-घाट की सीढ़ियों को अपने आगोश में ले रही लहरें -सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.02 मीटर रहा -पिछले 24 घंटों में 52.2 मिमी बारिश, वरुणा नदी भी उफनाने लगी वाराणसी, 07 जुलाई (हि.स.)। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव हो रहा है। गंगा नदी की लहरें घाट की सीढ़ियों को अपने आगोश में लेने लगी है। यह देख घाट पर रहने वाले पंडे और कर्मकांडी ब्राह्मण अपनी चौकियों को ऊंचे स्थान पर रखने की तैयारियों में जुट गये हैं। मंगलवार को सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.02 मीटर दर्ज किया गया । केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा में बढ़ाव हो रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर वाराणसी में 52.2 मिमी बारिश हुई है। सोमवार शाम छह बजे तक गंगा का जलस्तर 60.83 मीटर रहा। गंगा में जलस्तर की चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर है। गंगा में बढ़ाव से वरुणा नदी में भी पलट प्रवाह शुरू हो गया है। वरुणा की लहरें कॉरिडोर मार्ग की ओर पहुंचने लगी है। यह देख वरुणा के तलहटी और आसपास रहने वाले लोग भी चिंतित है। लोगों के जहन में पिछले वर्ष आई बाढ़ की पीड़ा फिर उभर आई है। वरुणा के तटवर्ती क्षेत्र में लोग नदी के बढ़ाव पर नजर गढ़ाये हुए हैं। उधर, गंगा घाट पर मांझी अपनी नावों को मजबूत लंगर से बांध रहे हैं। उनके चेहरे पर फिर नौका संचालन ठप होने का डर दिखने लगा है। कोरोना संकट काल में लम्बे समय तक गंगा संचालन पर लगी रोक के बाद कुछ दिन पहले लगी रोक हटने पर मांझी रोटी-रोटी के जुगाड़ में लगे रहे। अब गंगा में हो रहे बढ़ाव से फिर रोजी रोटी का संकट गहरायेगा। यहीं हाल पंडा पुजारियों का भी है। मानमंदिर घाट के कल्लू मांझी ने बताया कि गंगा की लहरें चेतावनी बिंदु के आसपास पहुंचने लगती है तो फिर नौका संचालन बंद होने की संभावना बढ़ने लगती है। पिछले तीन चार महीनों से कोरोना के कारण हमलोगों के सामने आर्थिक संकट रहा अब बाढ़ आने पर भूखों रहने की नौबत आ जायेगी। गंगा की लहरों में बढ़ाव देख निचले क्षेत्र के गांवों में भी लोगों की रातों की नींद उड़ने लगी है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/संजय-hindusthansamachar.in

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