वाराणसी : सुंदरपुर मामले में लंका थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मी निलम्बित
वाराणसी : सुंदरपुर मामले में लंका थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मी निलम्बित

वाराणसी : सुंदरपुर मामले में लंका थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मी निलम्बित

-सीओ भेलूपुर पुलिस आफिस से संबद्ध, जांच में दोषी पाये जाने पर कार्यवाही वाराणसी, 05 जुलाई (हि.स.)। लंका थाना क्षेत्र के सुंदरपुर में भाजपा नेताओं और पुलिस कर्मियों के बीच विवाद और मारपीट मामले में रविवार को लंका थाना प्रभारी, सुंदरपुर पुलिस चौकी प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मियों को निलम्बित किया गया है। वहीं, इस मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी भेलूपुर प्रीति त्रिपाठी को पुलिस आफिस से संबद्ध किया गया है। माना जा रहा है कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर गठित मजिस्ट्रियल जांच में प्रथमदृष्टया दोषी पाये जाने पर यह कार्यवाही की गई है। गौरतलब हो कि बीते शुक्रवार की देर शाम एक युवक ने सुंदरपुर चौकी इंचार्ज को सूचना दी कि काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विकास पटेल व अन्य युवक किसी मुकदमे को लेकर गवाही देने के लिए उस पर दबाव बना रहे हैं। इस सूचना पर सुंदरपुर के कार्यवाहक चौकी प्रभारी सुनील गौड़ ने फैंटम दस्ते के सिपाही मनोज व एक अन्य को मौके पर भेजा। पुलिस कर्मियों का आरोप है कि सिपाहियों के वहां पहुंचते ही विकास व उसके साथी भी आ गये। उन्हें बिना मास्क के घर से बाहर निकलने पर पुलिस कर्मियों ने टोका तो युवकों ने पुलिस कर्मियों से तीखी बहसबाजी कर लिया। विवाद बढ़ने पर युवक मारपीट पर उतर आये। इसके बाद विकास ने अपने पिता भाजपा नेता सुरेंद्र पटेल को बुला लिया। भाजपा नेता के साथ आये लोगों ने पुलिस कर्मियों से बहसबाजी, नोकझोंक के साथ आरोप है कि कॉलर पकड़कर धक्कामुक्की कर दी। सूचना पर एसपी सिटी, सीओ भेलूपुर,लंका थाना प्रभारी के साथ फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भाजपा नेता सुरेंद्र पटेल और भतीजे अधिवक्ता बिंदु पटेल सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। घटना की जानकारी होते ही भाजपा के नेता रात में ही लंका थाने पहुंच गये और देर रात तक आरोपितों को छोड़ने का दबाब बनाते रहे। अफसरों के निर्देश पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद शनिवार को पुलिस ने आरोपितों को एडीजे प्रथम की कोर्ट में पेश कर दिया। कचहरी में पेशी के दौरान भी पुलिस कर्मियों को लामबंद अधिवक्ताओं का जमकर विरोध झेलना पड़ा। आरोपितों के अधिवक्ताओ और अभियोजन पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपितों की जमानत अर्जी मंजूर कर ली। उधर इस मामले में सुबह ही भाजपा नेताओं के पक्ष को सुनने के बाद दोबारा जांच में पुलिस ने तीन संगीन धाराएं लूट, हत्या का प्रयास और अपहरण को हटा लिया। भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने पूरे मामले में एडीएम फाइनेंस के नेतृत्व में मजिस्ट्रियल जांच गठित कर दी। जांच कमेटी की रिपोर्ट पर आज लंका थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज सुंदरपुर और दो सिपाहयों को निलंबित कर दिया गया। जांच में सामने आया कि पुलिस की कार्यवाही अति उत्साह में हुई । जांच कमेटी के सामने दर्ज मुकदमें में कई संगीन धाराओं का आधार पुलिस स्पष्ट नहीं कर सकी जिसके बाद यह कार्रवाई की गई । हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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