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वाराणसी: घरों और मंदिरों में भये प्रकट कृपाला दीन दयाला... की गूंज,नसादगी से मना रामनवमी

—त्रिपुरा भैरवी राम रमापति बैंक का 94वां वार्षिकोत्सव मनाया गया वाराणसी, 21 अप्रैल (हि.स.) । कोरोना संकट ने इस वर्ष भी रामनवमी पर्व की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया। बुधवार को लोगों के साथ मंदिरों में भी सादगी से रामनवमी मनाई गई। दशरथ नंदन श्रीराम का जन्मोत्सव पर दोपहर होते ही मंदिरों व घरों में घंटा-घड़ियाल, शंख ध्वनि के बीच 'भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी' की गूंज होने लगी। दशरथनंदन के जयघोष से पूरा वातावरण राममय हो गया। महिलाओं नें भगवान राम का जन्म कराने के बाद सोहर भी गाया। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। मठ और मंदिरों मेे भी संतों ने रस्म का निर्वहन कर प्रभु का जन्म कराया। इसी क्रम में मानसरोवर स्थित रामतारका आंध्र आश्रम में भी भगवान राम का जन्मोत्सव व राम सीता विवाह का होने वाला आयोजन स्थगित कर दिया गया। सभी मंदिरों में राम दरबार की झांकी सजाकर भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। इसी क्रम मेंं दशाश्वमेध स्थित त्रिपुरा भैरवी राम रमापति बैंक का 94वां वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस दौरान करोड़ों रामनाम लिखे पन्नों का विस्तार पूर्वक पूजन किया गया। राम जन्म का आयोजन शहनाई की धुन पर किया गया। भगवान राम का जन्म होते ही घण्टा, घड़ियाल शंख की धुन पर भजन कीर्तन करने के बाद चुनिंदा भक्तों ने भगवान से कोरोना महामारी से निजात दिलाने की गुहार लगाई। इसी क्रम में प्रतिवर्ष गंगा की लहरों में निकलने वाली रामकथा मंदाकिनी शोभायात्रा कोविड संकट के चलते स्थगित कर दी गई। बस परंपरा निभाने के लिए सांकेतिक आरती किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर

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