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वाराणसी : 'यास' चक्रवात का असर, मौसम के बदले तेवर से ठंड का एहसास

वाराणसी, 28 मई (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात 'यास ' का असर वाराणसी में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को भी बना हुआ है। तेज हवाओं और बारिश की रिमझिम फुहारों से मौसम का मिजाज बदल गया है। रात और भोर में ठंड का भी एहसास हुआ। पूर्वांह में कुछ देर के लिए बारिश थमी तो भी बादलों की आवाजाही से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पूर्वांह 11 बजे तक जिले में अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई। दृष्यता 15 फीसद, आर्द्रता 95 फीसद और हवा की रफ्तार 21 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। बीते गुरूवार को भी पूर्वांह्न 11 बजे तक वाराणसी में अधिकतम तापमान 26 डिग्री डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता 95 फीसद और दृश्यता 24 फीसदी रही। मौसम विभाग के अफसरों के अनुसार अभी एक दो दिन मौसम ऐसे ही रहने के आसार हैं। तूफान यास की वजह से ही दो दिन तेज हवा चलने के साथ ही झमाझम बारिश के भी आसार हैं। घाट किनारे रहने वाले लोग मौसम के बदले तेवर का आंनद ले रहे है। मानसून की सक्रियता भी बढ़ गई है। पूर्वांचल में 15-20 जून तक मानसून के आने की उम्मीद है। चक्रवात का असर थम जायेगा तो एक बार फिर गर्मी और उमस बढ़ेगी। गर्मी बढ़ेगी लेकिन अब लू चलने की अब उम्मीद नहीं है। चक्रवात की बारिश से वातावरण में नमी का स्तर बढ़ेगा जो प्री मानसूनी बारिश को बढ़ावा देगा। बता दें कि, चक्रवाती तूफान यास का पड़ोसी राज्य बिहार में व्यापक असर दिख रहा है। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। बिहार में उड़ानें और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। बिहार के कई स्थानों पर जगह जगह पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हुआ है। यास के कारण पटना एयरपोर्ट को 14 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। वाराणसी सहित पूरे उत्तर प्रदेश में चक्रवाती तूफान भले ही कमजोर पड़ गया हो। पर खतरा अभी टला नही है। बिहार और इससे सटे पूर्वी उ प्र में अगले 24 घंटों तक बारिश होगी। मौसम विज्ञान केन्द्र, लखनऊ ने वाराणसी में शुक्रवार की मध्य रात्रि के बाद तूफानी हवाओं के साथ आकाशीय बिजली चमकने और अति वृष्टि की सम्भावना जताई है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/विद्या कान्त

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