नगर निगम की बोर्ड बैठक में भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा
गाजियाबाद, 15 फरवरी (हि.स.)। नगर निगम की सोमवार को आयोजित बोर्ड बैठक में पार्षदों ने टैक्स विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हंगामा किया। लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में सोमवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में पार्षदों ने कविनगर जोन के प्रभारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और उन्हें तत्काल कार्यमुक्त करने की मांग की। सभी पार्षदों ने हाउस टैक्स बढ़ाए जाने का विरोध किया। पार्षदों का कहना था कि नगर निगम टैक्स बढ़ाने की बजाय उन संपत्तियों से टैक्स वसूली का काम करें, जिनसे टैक्स नहीं मिल रहा। शहर में 30 से 40 प्रतिशत संपत्तियों से अभी तक टैक्स नहीं वसूला जा रहा। अगर उनसे टैक्स वसूला जाए तो नगर निगम के घाटे की भरपाई हो सकती है। पार्षद महेंद्र देवी ने कहा कि कोरोना काल में हम टैक्स बढ़ाकर जनता पर दबाव बना रहे हैं ऐसे में आम जनता पर विपरीत असर पड़ेगा। पार्षद अभिनय जैन में कहा कि इंदिरापुरम जैसे इलाके में नगर निगम द्वारा कोई सहूलियत नहीं दी जाती। पार्षदों द्वारा पूछे गए प्रश्न का कोई जवाब ही नहीं मिलता। वरिष्ठ पार्षद अनिल स्वामी ने कहा कि सदन आम जनता पर टैक्स का बोझ बढ़ाने की बजाय उन संपत्तियों पर गौर करें जिनसे अभी तक टैक्स नहीं मिला। कांग्रेस पार्षद मनोज चैधरी ने नगर आयुक्त द्वारा छह करोड़ का भुगतान करने पर सवा खड़े किए। भाजपा पार्षद राजीव शर्मा ने कंपनियों से बिजली का रखरखाव कराने की बजाय नगर निगम के कर्मचारियों को ही उनका रखरखाव करने का सुझाव दिया। वरिष्ठ पार्षद राजेंद्र त्यागी ने कहा कि अगर टैक्स की ही बात चल रही है तो इसके लिए सदन की एक विशेष बैठक बुलाई जाए। महापौर आशा शर्मा ने कहा कि 15-20 दिनों के बाद इस तरह की एक बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें टैक्स निर्धारण पर ही बात की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान-hindusthansamachar.in