(अपडेट) खतरे के निशान से मात्र 12 सेमी नीचे नारायणी नदी, एक दर्जन गांव घिरे

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- बुधवार शाम को नेपाल ने दूसरी बार छोड़ा पानी कुशीनगर, 16 जून (हि.स.)। नेपाल के वाल्मीकि नगर बैराज से बुधवार सुबह के अलावा दोपहर दो बजे दिन में 2.12 लाख क्यूसेक पानी बड़ी गंडक नदी में छोड़ा गया। जबकि सुबह 3.80 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। यानी एक दिन में कुल 5.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण नदी पूरे उफान पर आ गई है। इतने बड़े स्तर पर पानी छोड़े जाने से नदी किनारे बसे एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गांवों में दो से तीन फुट तक पानी लग गया है। छितौनी बांध के भैंसहा में नदी का जलस्तर मापा गया तो वह खतरे की निशान से मात्र 12 सेंटीमीटर नीचे पाया गया। बाढ़ के पानी से खड्डा ब्लाक के ग्राम हरिहरपुर, वसंतपुर ,मरीचहवा, शिवपुर समेत एक दर्जन गांव में प्रभावित हैं। एसडीएम खड्डा अरविंद कुमार के नेतृत्व में प्रशासन रेता क्षेत्र के इन गांवों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए व्यवस्था में जुट गया। छितौनी बांध के 6:1 किमी पर इस समय पानी का दबाव बना हुआ है। एसडीएम ने बताया कि प्रशासन की स्थिति पर निगाह है। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल

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