उप्र : लखनऊ में पीएफआई के दो आंतकी गिरफ्तार तो कानपुर में 1.40 करोड़ रुपये बरामद
— स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस की पेंट्रीकार से बरामद लाल अटैची से मिली रकम — बरामद रकम को लेकर जांच में जुटी रेलवे सहित आयकर की टीमें कानपुर, 16 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी में मंगलवार को आतंकी संगठन पीएफआई के दो सदस्य गिरफ्तार हुए तो वहीं कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से अचैटी में 1.40 करोड़ रुपये की रकम बरामद की गई है। बरामद रकम को लेकर कोई भी मालिकाना हकदार सामने नहीं आया है। इसको लेकर रेलवे अफसरों के होश उड़ गए। उन्होंने बरामद रकम की जानकारी आयकर को देते हुए जांच शुरु कर दी गई है। मामले में करोड़ों की रकम को लेकर आतंकी साजिश से जोड़कर भी देखा जा रहा है। नई दिल्ली से चल कर बिहार के जयनगर जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस संख्या 02562 कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर चार—पांच पर बीती अर्धरात्रि रुकी। गाड़ी के पेंट्रीकार में एक लाल रंग अज्ञात अटैची देख पेंट्रीकार कर्मियों को किसी साजिश की आंशका हुई और उन्होंने मामले की जानकारी आरपीएफ व जीआरपी को दी। जानकारी पर आरपीएफ व रेलवे के अफसर पहुंचे और शक के आधार अटैची को कब्जे में लेकर आरपीएफ थाने ले आई। यहां पर काफी प्रयास के बाद अटैची के मालिक का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद मंगलवार को देर शाम पैनेल के साथ अटैची को खोला गया तो सभी के होश उड़ गए। अटैची में 500 व दो हजार के नोटों के बंडल रखे हुए थे। नोटों से भरी अटैची मिलने की जानकारी आनन—फानन रेलवे के आलाधिकारियों को दी गई। अटैची में रखी रकम को गिना गया तो 1.40 करोड़ रुपये निकले। बरामद रकम को लेकर किसी साजिश या हवाला से जुड़ी होने की आशंका पर आयकर अफसरों को मामले से अवगत कराया गया। जिसके बाद आयकर की टीम ने रुपये से भरी अटैची को कब्जे में लेकर गहन जांच शुरु कर दी है। इस सम्बंध में उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस की पेंट्री से बरामद एक अटैची से 1.40 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। इस रकम को लेकर कोई भी हकदार सामने नहीं आया है। इससे कई सवाल उठ रहे हैं। साजिश व अन्य किसी कारोबार से जुड़ी रकम को लेकर नियमत: जीआरपी जांच कर रही है। साथ ही आयकर भी बरामद रकम से जुड़े बिन्दुओं पर जांच कर रहा है। मामले में उप मुख्य यातायात प्रबंधक कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि जांच के लिए जीआरपी को नकदी भरी अटैची सौंप दी गई है। जांच के बाद ही बरामद रकम को लेकर कुछ कहा जा सकता है। सीसीटीवी जा रहे खंगाले स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में लाल अटैची से बरामद 1.40 करोड़ की रकम को लेकर गहन जांच व छानबीन शुरु कर दी गई है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन नई दिल्ली स्टेशन से चलकर अलीगढ़ में रुकी और फिर अगला पड़ाव कानपुर था। इसको देखते हुए नई दिल्ली, अलीगढ़ व कानपुर स्टेशन पर लगे सभी सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं, ताकि अटैची को लाने वाले की पहचान की जा सके। इसके अलावा रेलवे यह भी पता लगाने में जुटा हुआ है कि नई दिल्ली से कानपुर के बीच बिना ठहराव के कही स्टेशन के बीच आउटर आदि में रूकी तो नहीं थी। कहीं नेपाल तो नहीं जा रही थी रकम ! अधिकारियों को बरामद रकम को लेकर भले ही अलग-अलग तर्क हो, लेकिन सूत्रों की माने तो यूपी की राजधानी में केरल से आए पीएफआई के दो सदस्यों को एसटीएफ ने पकड़ा है तो वहीं कानपुर में ट्रेन से अटैची से 1.40 करोड़ रुपये बरामद होना कहीं न कहीं गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। इसका बात को बल इससे से मिलता है कि जिस जगह स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का अंतिम पड़ाव जयनगर स्टेशन है, वह नेपाल सीमा से भी करीब है। हिन्दुस्थान समाचार/हिमांशु/मोहित-hindusthansamachar.in